यह शराब नहीं करेगी खराब, कैंसर से करती है बचाव; मधुमेह राेगियों के लिए है वरदान Mandi News
काले अंगूर से तैयार की गई हिमाचल की रेडवाइन कई जानलेवा रोग जैसे कैंसर मधुमेह पेट की बीमारियाें से बचाती हैं और मेटाबॉलिज्म का लेवल सही रखती है।
मंडी, हंसराज सैनी। पीओगे शराब तो होगे खराब, यह बात आपने कई बार सुनी हो गी। लेकिन हिमाचल प्रदेश में तैयार रेडवाइन के मामले में ऐसा नहीं है। प्रदेश विपणन एवं प्रसंस्करण निगम (एचपीएमसी) की ओर से काले अंगूर से तैयार रेडवाइन सेहत बिगाड़ेगी नहीं बल्कि कई रोगों को दूर रखेगी। पाचन तंत्र की मजबूती के साथ यह कोलेस्ट्रल को नियंत्रित करने में भी मददगार साबित होगी। इसके अलावा इसकी कई खूबियां हैं जो सेहत के लिए लाभदायक हैं।
रेडवाइन का सेवन करने वाले की पाचन शक्ति मजबूत होती है। इससे पेट के बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं। पेट का अल्सर भी कम हो जाता है। नियमित मात्रा में इसका सेवन करने से शरीर में कैंसर की कोशिकाएं पनपने की आशंका कम हो जाती है। यह सैचुरेटेड फैट, ब्लड क्लॉटिंग और कोलेस्ट्रॉल की परेशानी को भी कम करती है, जिससे दिल स्वस्थ रहता है। इतना ही नहीं, यह बुरे कोलेस्ट्रॉल को कम करके अच्छे कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ाती है।

मधुमेह से पीड़ित व्यक्ति के लिए भी रेडवाइन वरदान है। यह खून से शर्करा के स्तर को कम करती है और शरीर में मेटाबॉलिज्म का लेवल सही रहता है। रेडवाइन में मौजूद रेस्वेराट्रोल शरीर में वसा कोशिकाओं को बढ़ने से रोकता है, जिससे मोटापा कम हो जाता है। दिलाती है अच्छी नींद कुछ लोगों रात को नींद न आने के कारण परेशान रहते हैं। सप्ताह में एक बार इसका सेवन करने से नींद अच्छी आने लगती है।
क्या है रेड वाइन
रेडवाइन एक तरह का पेय पदार्थ है जो काले अंगूर से बनाया जाता है। इसमें विटामिन बी 6, आयरन, मैग्नीशियम के अलावा और भी बहुत से जरूरी तत्व शामिल होते हैं, जो स्वास्थ्य लाभ पहुंचाते हैं। सप्ताह में एक बार सीमित मात्रा में इसका सेवन करने से फायदा मिलता है। अंगूर की बढ़ेगी मांग एचपीएमसी के निर्णय से अंगूर उत्पादक बागवानों के दिन भी फिरेंगे। अंगूर की खपत बढ़ने से बागवानों को उत्पाद के अच्छे दाम मिलेंगे और अंगूर की खेती को भी बढ़ावा मिलेगा। सुंदरनगर (जड़ोल) स्थित फ्रूट प्रोसेसिंग यूनिट में रेड वाइन बनाई गई है।
इनकी वाइन भी उपलब्ध एचपीएमसी सेब, पलम, स्ट्रॉबेरी, कीवी, अखरोट, लीची, संतरा व बुरांस वाइन की बना चुका है। हर साल करीब 40 हजार बोतल का उत्पादन करता है। बाजार में वाइन की 750 मिलीलीटर की एक बोतल 350 रुपये में बिकती है।
दांत होंगे मजबूत
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इससे मसूढ़ों की सूजन कम हो जाती है। दांतों के बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं और दांत भी मजबूत होते हैं।
कीमत तय होना बाकी
एचपीएमसी द्वारा तैयार रेडवाइन उपभोक्ताओं को जल्द ही मार्केट में मिलेगी। एचपीएमसी ने करीब 16000 लीटर रेडवाइन तैयार की है। इसके लिए चंडीगढ़ से करीब 5000 किलो काले अंगूर खरीदे थे। बोतल पर लगने वाले लेवल यानी स्टीकर पर अभी आबकारी एवं कराधान विभाग की मुहर लगना बाकी है। इसके बाद सरकार रेडवाइन का दाम तय करेगी। रेडवाइन प्रदेश भर में एचपीएमसी के विक्रय केंद्रों पर मिलेगी।
एचपीएमसी ने पहली बार अंगूर से रेडवाइन बनाई है। इससे पहले आठ प्रकार के फलों से वाइन बनाई जाती थी। लेवल स्टीकर को मंजूरी मिलने के बाद दाम तय किए जाएंगे।
-हरीश वर्मा, प्रबंधक, एचपीएमसी फ्रूट प्रोसेसिंग यूनिट जड़ोल
रेडवाइन भूख बढ़ाने के साथ, पाचन में मदद करती है। साथ में कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम कर दिल का सुरक्षित रखती है। सप्ताह में या फिर हर तीसरे दिन दो गिलास रेड वाइन पीना सेहत के लिए फायदेमंद हैं।
-डॉ. सुरेंद्र ठाकुर, दवा विशेषज्ञ क्षेत्रीय अस्पताल मंडी

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