शिकारी देवी मंदिर के आसपास अतिक्रमण
गगन सिंह ठाकुर थुनाग धार्मिक स्थल शिकारी देवी मंदिर के आसपास अतिक्रमण यहां प्राकृतिक सुं ...और पढ़ें

गगन सिंह ठाकुर, थुनाग
धार्मिक स्थल शिकारी देवी मंदिर के आसपास अतिक्रमण यहां प्राकृतिक सुंदरता को बिगाड़ रहा है। लोगों ने मंदिर के आसपास अवैध रूप से टेंट लगा दिए हैं। वे यहां कारोबार कर रहे हैं और कूड़ा-कचरा फेंककर पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं। शिकारी माता मंदिर के आसपास कुछ समय से टेंटों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। इस कारण यहां का प्राकृतिक सौंदर्य भी प्रभावित हो रहा है। प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
शिकारी देवी मंदिर के आसपास पहले गिने-चुने ही दुकानदार होते थे। ज्यादा टेंट भी नहीं लगाए लगाए जाते थे। अब तो सीढि़यों के साथ-साथ ही बिना किसी इजाजत से लगाए गए टेंट के कारण पर्यटकों व श्रद्धालुओं को परेशानी हो रही है। क्षेत्र में अतिक्रमणकारियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि जंजैहली व करसोग सड़क पर जिसे जहां स्थान मिलता है टेंट लगा देता है। इससे पर्यटक प्राकृतिक नजारों का लुत्फ नहीं ले पाते हैं। जो पर्यटक पहले जगह-जगह रुककर वादियों को कैमरों में कैद करते थे। प्राकृतिक सौंदर्य का मजा लेते थे वे इसे वंचित रहे रहे हैं।
स्थानीय लोगों की मानें तो यहां टेंट लगाने वाले ज्यादातर अन्य क्षेत्रों से हैं। वे यहां टेंट लगाकर जमीन को कब्जाने की प्रयास कर रहे हैं। गंदगी भी फैला रहे हैं। टेंट लगाने के लिए आपस में लोगों में विवाद भी हो रहे हैं। प्रशासन की ओर से भी इस बारे में कोई पहल नहीं हो रही है, जबकि बरसात के मौसम में पहाड़ी क्षेत्रों में इस तरह रहना खतरनाक साबित हो सकता है।
यदि मंदिर परिसर के आसपास टेंट अथवा चारपाई लगाना प्रतिबंध है। नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा भी क्षेत्र में किसी ने अतिक्रमण किया है तो उस पर भी कार्रवाई की जाएगी। अतिक्रमण हटाया जाएगा।
-पारस अग्रवाल, एसडीएम थुनाग।

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