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    हिमाचल में 466 मकानों को नुकसान, बाढ़ में बहे 53 लोगों का कुछ पता नहीं; इन जिलों में भारी बारिश की चेतावनी

    Updated: Tue, 08 Jul 2025 07:53 AM (IST)

    Mandi Cloudburst मंडी जिला प्रशासन आपदा के आठ दिन बाद जंजैहली पहुंचा। जिले में 466 घरों और 92 दुकानों को नुकसान हुआ है। उपायुक्त अपूर्व देवगन ने बताया कि जंजैहली में राहत पहुंचाने पर ध्यान दिया जा रहा है सड़कें बहाल की जा रही हैं और पेयजल योजनाएं सुधारी जा रही हैं।

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    प्रभावित लोगों को बचाते हुई एनडीआरएफ की टीम (पीटीआई फोटो)

    जागरण संवाददाता, मंडी। Himachal Cloudburst: आपदा के आठ दिन बाद सोमवार सायं जिला प्रशासन मंडी जिले के जंजैहली पहुंचा। करसोग-जंजैहली मार्ग जुड़ने के बाद पहुंची टीमों ने नुकसान का आकलन आरंभ किया। जिले में अब तक 466 घरों का नुकसान (Himacal Weather Update) दर्शाया गया है, इसमें जंजैहली में 100 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं। जिले में 92 दुकानें क्षतिग्रस्त हुई हैं।

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    उपायुक्त अपूर्व देवगन व एसपी साक्षी वर्मा ने जंजैहली क्षेत्र के अंतर्गत छह पटवार सर्कल का दौरा किया। प्रशासन ने मंडी जिले में निर्माण कार्यों व सड़कों के चौड़ीकरण पर 31 अगस्त तक रोक लगा दी है।

    एनएचएआइ समेत अन्य एजेंसियों को आदेश का पालन करने को कहा है। सोमवार को लापता 53 लोगों में से किसी का पता नहीं चला। जिले में आपदा से अब तक 18 की मौत हो चुकी है। उपायुक्त ने बताया कि जंजैहली, थुनाग सहित अन्य प्रभावित क्षेत्र के लोगों तक राहत पहुंचाने पर ध्यान है।

    जंजैहली-करसोग मार्ग के बाद अब थुनाग-जंजैहली मार्ग को बहाल करने का कार्य चल रहा है। सड़क पर बैली ब्रिज लगाए जाने हैं। जंजैहली क्षेत्र में 50 प्रतिशत पेयजल योजनाओं को बहाल कर लिया गया है।

    राजस्व विभाग के पटवारी और पंचायत सचिव गांव-गांव जाकर लोगों को फौरी राहत प्रदान कर रहे है। उपायुक्त मंडी ने जंजैहली में अधिकारियों के साथ बैठक भी की। सोमवार को सांसद कंगना रनौत व प्रदेशाध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल स्यांज पहुंचे तो नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने भी जंजैहली में जायजा लिया।

    वायु सेना, सेना व होमगार्ड ने भी पहुंचाया राशन

    सोमवार को जंजैहली के लिए हेलीकॉप्टर की दो उड़ानें हुई। जंजैहली को 249 तिरपाल, 170 कंबल, खाद्य पदार्थ की 130 पेटियां, मसाले, बिस्किट, दूध पाउडर के पैकेट आदि सामग्री भेजी गई।

    सोमवार को एक हेलीकाप्टर ही उड़ा जबकि दूसरा चंडीगढ़ चला गया था। 25 होमगार्ड जवानों ने राहकोट, भदरेच और मैलेंडा में राशन किट व दवाएं पहुंचाई। आइटीबीपी की टीम ने पखैर तक 20 राशन किट पहुंचाई।

    आज इन जिलों में भारी वर्षा की चेतावनी

    मौसम विभाग ने मंगलवार को ऊना, बिलासपुर, सोलन और सिरमौर में भारी वर्षा की चेतावनी दी है। अधिकतर स्थानों पर धूप खिलने और हल्के बादल छाए रहने का अनुमान है।

    नौ और 10 जुलाई को भारी वर्षा का अनुमान है। प्रदेश में सोमवार की शुरुआत खिली धूप के साथ हुई। हालांकि करीब 11 बजे बादल छा गए। धूप और बादलों के बीच आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य में तेजी आई।

    प्रदेश में अब भी 235 सड़कें बंद हैं। बीते 24 घंटों में बरठीं में 44.6, ऊना में 43.0, श्री नयनादेवी जी में 36.4, गोहर में 29.0 व कांगड़ा में 12 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई।

    20 जून को मानसून आने के बाद से अब तक 355 घरों व 27 दुकानों को नुकसान हुआ है। 364 पशुशालाओं को भी नुकसान हुआ है। प्रदेश में अधिकतम तापमान में एक से चार डिग्री सेल्सियस का अंतर आया है।