करोड़ों का कारोबार, चार साल से टेंट में फल मंडी
संवाद सहयोगी कुल्लू पतलीकूहल फल सब्जी मंडी में टेंट में ही करोड़ों रुपये का कारोबार

संवाद सहयोगी, कुल्लू : पतलीकूहल फल सब्जी मंडी में टेंट में ही करोड़ों रुपये का कारोबार होता है। मंडी के लिए अभी तक भवन नहीं बन पाया है। चार साल से टेंट में ही कारोबार हो रहा है। टेंट के नीचे अस्थायी दुकानों में बारिश में कार्य करते हैं। स्थायी दुकानें न होने के कारण हर साल बारिश के दौरान किसान-बागवानों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
पतलीकूहल में पुरानी फल सब्जी मंडी बनी थी। उसमें यार्ड भी बनाए गए थे। वहां पर जगह कम होने के कारण चार साल पहले नई जगह मंडी स्थानांतरित की गई। इसके बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी पतलीकूहल फल सब्जी मंडी के भवन के लिए घोषणा की थी, लेकिन अभी तक बात इससे आगे नहीं बढ़ पाई है। पतलीकूहल मंडी में अपने उत्पाद लेकर आने वाले बागवानों के लिए अपने वाहनों को खड़ा करने की व्यवस्था नहीं है। यहां पर या तो सड़क किनारे वाहन खडे़ करने पड़ते हैं या फिर निजी भूमि पर 50 रुपये शुल्क देकर वाहन को पार्क करना पड़ता है। बागवान वापस ले जा रहे सेब
पतलीकूहल फल सब्जी मंडी में आनी क्षेत्र के बागवान सेब बेचने के लिए पतलीकूहल ला रहे हैं। यहां पहुंचकर कई बार जब बागवानों को दाम कम मिलते हैं तो उनको सेब को वापस ले जाना पड़ता है।
इसी साल 27 मई को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पतलीकूहल में मल्टी स्पेशियिलिटी अस्पताल की आधारशिला कार्यक्रम के दौरान फल सब्जी मंडी के लिए भवन बनाने की घोषणा की थी। इसके लिए औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं। पतलीकूहल मंडी में 26 आढ़ती कार्य कर रहे हैं। प्रतिदिन यहां पर 15 लाख से अधिक का कारोबार होता है।
-कुंज लाल, अध्यक्ष आढ़ती एसोसिएशन। पतलीकूहल मंडी के लिए भवन बनाने की अभी कोई भी योजना नहीं है। यहां पर पार्किंग की भी समस्या है। इसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को दी गई है।
-सुशील गुलेरिया, सचिव एपीएमसी कुल्लू लाहुल स्पीति।
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