'अधिकारी कहते हैं हमें बार-बार तंग मत करो...', बाढ़ से प्रभावित हुए ग्रामीणों का मंत्री के सामने छलका दर्द
केंद्रीय मंत्री शांतनु ठाकुर ने कुल्लू जिले की गड़सा घाटी के दीयार में बाढ़ से प्रभावित ग्रामीणों की समस्याएं सुनी। ग्रामीणों ने अधिकारियों पर मनमानी का आरोप लगाया और कहा कि जलशक्ति व लोक निर्माण विभाग के अधिकारी उनकी बात नहीं सुनते। उन्होंने सड़क बहाली की मांग की ताकि राशन पहुंच सके। मंत्री ने अधिकारियों को तुरंत कार्रवाई करने और ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान करने का निर्देश दिया।

संवाद सहयोगी,कुल्लू। केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री शांतनु ठाकुर शुक्रवार को कुल्लू जिले की गड़सा घाटी के दीयार में पेड़ के नीचे बैठकर समस्याएं सुनी। ग्रामीण ने आरोप लगाया कि आपदा में भी अधिकारी मनमानी करते हैं।
फोन करते हैं तो जवाब मिलता है बार-बार तंग मत करो। जलशक्ति व लोक निर्माण विभाग के अधिकारी तो उनकी बात सुनते ही नहीं हैं। दो दिवसीय दौरे पर कुल्लू पहुंचे शांतनु ने इससे पहले बजौरा में निर्माणाधीन 50 बिस्तर के आयुर्वेदिक अस्पताल भवन का निरीक्षण किया।
भवन का एक हिस्सा ब्यास नदी की बाढ़ से क्षतिग्रस्त हो गया है। इसके बाद मंत्री गड़सा घाटी के दीयार में ग्रामीणों ने बताया कि लोक निर्माण विभाग की मशीन एक बार आकर वापस चली जाती है।
हमें राशन न मिले तो कोई बात नहीं पर सड़क बहाल कर दो ताकि राशन व अन्य सामग्री जल्द पहुंच सके। मंत्री ने लोगों से पूछा सबसे पहले यहां पर क्या कर सकते हैं यह बताएं।
ग्रामीणों ने बताया कि शेगली धार वार्ड में कई घर रहने के लायक नहीं हैं। सेब और अनार की फसल खेतों में सड़ रही है।मंत्री ने तुरंत अधिकारियों से उत्तर मांगा और सड़क बहाली के लिए जल्द मशीनें भेजने को कहा।
मंत्री ने लोगों से कहा कि इसलिए ही उनके बीच आए हैं, ताकि उनकी समस्याएं का समाधान कर सकें। उपायुक्त यहां परसमस्या हल करें जो केंद्र से जरूरत है उसे हम लोग पूरी करेंगे।
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