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    Rohtang Snowfall: मौसम बना बाधा... बर्फबारी से शिंकुला दर्रा नहीं हो पाया बहाल, थोड़ा और करना पड़ सकता है इंतजार

    Updated: Fri, 19 Apr 2024 11:31 AM (IST)

    Himachal Weather News बर्फबारी के चलते रोहतांग में शिंकुला दर्रा (Shinkula Pass) बहाल नहीं हो पाया है। इसके लिए सैलानियों को शायद थोड़ा और इंतजार करना पड़ सकता है। हिमपात (Himachal Snowfall) के चलते मनाली-जंस्कार मार्ग पर वाहनों की आवाजाही शनिवार से बंद है। वहीं बागवानों को भी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। लाहुल घाटी में बिजाई का कार्य प्रभावित हुआ है।

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    बर्फबारी से शिंकुला दर्रा नहीं हो पाया बहाल

    जागरण संवाददाता, मनाली। रोहतांग सहित सभी दर्रों में बर्फ के फाहे गिरने का क्रम शुरू हो गया। मौसम के बाधा बनने से शिंकुला में वाहनों की आवाजाही शुरू नहीं हो पाई। हालांकि, सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने शिंकुला बहाल कर दिया है। हिमपात के चलते मनाली-जंस्कार मार्ग पर वाहनों की आवाजाही शनिवार से बंद है।

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    गुरुवार को शिंकुला के बहाल होने की उम्मीद थी, लेकिन सुबह से शिंकुला व रोहतांग सहित समस्त दर्रों में बर्फ के फाहे गिरने का क्रम शुरू हो गया। हालांकि, बीआरओ के जवान शिंकुला की बहाली में जुटा है। रोहतांग, बारालाचा व कुंजम दर्रे की बहाली भी जारी है। लाहुल घाटी सहित मनाली में हल्की वर्षा हुई जिससे मौसम फिर से ठंडा हो गया। मौसम प्रतिकूल रहने से लाहुल घाटी में बिजाई का कार्य प्रभावित हुआ है।

    इसी महीने बहाल होंगे बारालाचा व कुंजम दर्रे

    बीआरओ की मानें तो बारालाचा व कुंजम दर्रों को इसी महीने बहाल कर दिया जाएगा। रोहतांग दर्रे की बहाली भी मई के पहले सप्ताह होने की उम्मीद है। बीआरओ योजक परियोजना के निदेशक ने बताया कि मनाली-जंस्कार मार्ग की बहाली हो गई है, लेकिन हिमपात होने से वाहनों की आवाजाही शुरू नहीं हो पाई है। ऐसे में अगर आज मौसम साफ रहा तो आवाजाही शुरू हो जाएगी।

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    कुल्लू में हुई बारिश से खिले बागवानों के चेहरे

    उधर कुल्लू में दो दिन पहले हुई बारिश के बाद मौसम साफ होते ही जिले किसान-बागवान अपने खेत खलियानों को निकल पड़े हैं। घाटी में वर्षा और हिमपात के बाद किसान दूसरे कामों को छोड़ नई फसल की तैयारी में जुट गए हैं।

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    किसान मटर के तुड़ान व टमाटर, शिमला मिर्च, गोभी की रोपाई का कार्य कर रहे है तो बागवान फलदार पौधों में सप्रे सहित अन्य कार्यों निपटाने के लिए जुट गए है। किसान-बागवान अब आने वाले दिनों में व्यस्त रहने वाले हैं। गत दिनों हुई वर्षा के बाद जिला में किसान व बागवान नई फसल के लिए तैयारियों में लगे हुए हैं।