कुल्लू दशहरा में एक ऐसे देवता जो हर बार पहुंचते हैं पुलिस थाने, बेहद रोचक है इसके पीछे की कहानी
Kullu Dussehra 2025 कुल्लू दशहरा में देवता अजय पाल का पुलिस थाने जाना एक अनूठी परंपरा है। वे अपने देवलु के कारण थाने जाते हैं। एक पुरानी कथा के अनुसार देवता के एक सेवक की जमानत के दौरान चमत्कार हुआ था जिसके बाद से देवता हर साल थाने जाते हैं।

दविंद्र ठाकुर, कुल्लू। Kullu Dussehra 2025, देव महाकुंभ कुल्लू दशहरा में पहुंचे देवी देवताओं का अलग-अलग इतिहास है। जिसको सुन और देख आज भी लोग दंग रह जाते हैं। दशहरा उत्सव में आने वाले एक देवता ऐसे हैं, जो हर बार पुलिस थाना कुल्लू जाते हैं। दशहरा उत्सव में आए देवता अजय पाल जी कुछ पल कुल्लू थाना जाते हैं।
पुलिस थाना से देवता अजय पाल का नाता है। देवता अपने देवलु के कारण थाना जाते हैं। किसी कारण एक देवलु को पुलिस कुल्लू थाना लाई थी। तब देवलु के साथ देवता भी साथ आ गए थे, तब से लेकर आज तक देवता लगातार साल में एक बार थाना जाते हैं। दशहरा उत्सव के दौरान जब भी देवता कुल्लू आते हैं तो उनका रथ थाने की ओर मुड़ जाता है।
देवता के सेवक ने दी थी व्यक्ति की जमानत
देवता के पुजारी नूप राम ने बताया देवता का एक सेवक खांपू नाम का व्यक्ति हुआ करता था। जो देवता के भंडार के लिए ग्रामीण इलाकों से अनाज को एकत्र करता था। खांपू ने उस दौरान किसी व्यक्ति की जमानत दी थी। लेकिन वह व्यक्ति पुलिस के पास पेश नहीं हो रहा था।
पुलिस ने जमानत देने वाले को ही गिरफ्तार कर लिया
ऐसे में पुलिस ने खांपू को ही गिरफ्तार कर लिया। जब पुलिस उसे गिरफ्तार कर ला रही थी। तो उसके हाथ में बंधी हुई एक हथकड़ी पहले टूट गई।
टूट गई थी हथकड़ी, पुलिस को दिख रहा था कोई साथ में कोई शख्स
जब वह कुल्लू पुलिस थाना पहुंचा तो उस दौरान उसकी दूसरी हथकड़ी भी टूट गई। तभी साथ चल रहे पुलिस वाले ने उससे पूछा कि खांपू तेरे पीछे कौन चल रहा है। लेकिन खांपू को पीछे कुछ भी दिखाई नहीं दिया। खांपू ने इस बात से इनकार किया कि उसके पीछे कोई नहीं चल रहा है। जबकि साथ चल रहे पुलिस वालों को उसके पीछे एक व्यक्ति लगातार चलता हुआ दिखाई दे रहा था। बताया जाता है कि वह स्वयं देवता अजय पाल थे।
दूसरी बेड़ी भी टूट गई तो पुलिस ने चमत्कार मानकर छोड़ दिया
ऐसे में जब दूसरी बेड़ी भी अपने आप टूट गई। तो पुलिस वालों ने भी इसे चमत्कार माना और खांपू को छोड़ दिया। जब खांपू वापस लौट रहा था तो उसे वही व्यक्ति मिला। जिसकी उसने जमानत ली थी और उसके चक्कर में उसे पुलिस वाले पकड़ कर ले गए थे। ऐसे में खांपू ने उस व्यक्ति को पुलिस के हवाले किया और पुलिस वालों ने भी इस देवता का चमत्कार माना।
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दशहरा में हर बार थाने की ओर मुड़ता है देव रथ
देवता अपने भक्त खांपू के लिए उस दौरान कुल्लू पुलिस थाना पहुंचे थे और वहां पर उन्होंने थोड़ी देर विश्राम किया था। उसी परंपरा का आज भी पालन किया जा रहा है। अब हर साल देवता कुल्लू पुलिस थाना परिसर में थोड़ी देर पहुंचते है। इस बार भी देवता अजय पाल कुल्लू पुलिस थाना कुछ पल के लिए गए। जहां कुछ देर रुकने के बाद देवता लौट आए।
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