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    'आपदा में प्रभावितों से झूठ बोल रही सरकार', जयराम ठाकुर के दावे से छिड़ी नई बहस, ...4500 करोड़ का विशेष पैकेज कहां

    Updated: Sun, 07 Sep 2025 11:22 AM (IST)

    Jairam Thakur नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने प्रदेश सरकार पर आपदा राहत कोष के खर्च को लेकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सरकार ने 4500 करोड़ रुपये के विशेष पैकेज की घोषणा की थी लेकिन प्रभावितों को केवल 300 करोड़ रुपये ही मिले। ठाकुर ने केंद्र सरकार द्वारा दी गई 5000 करोड़ रुपये से अधिक की सहायता राशि पर भी सवाल उठाए ।

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    हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर।

    संवाद सहयोगी, कुल्लू। Jairam Thakur, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि 2023 में प्रदेश सरकार ने 4500 करोड़ रुपये के विशेष पैकेज की घोषणा की थी। विधानसभा में सरकार ने बताया कि 2023 से अब तक मात्र 300 करोड़ रुपये ही आपदा प्रभावितों को मुआवजे के तौर पर दिए गए हैं। इसमें प्रधानमंत्री आवाज योजना के 93,000 मकान आए वह भी उसका हिस्सा बनाए गए। मनरेगा के 1000 करोड़ रुपये को भी इसमें दर्शाया गया है।

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    नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर शनिवार को कुल्लू में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि केंद्र सरकार की ओर से 5000 करोड़ रुपये से अधिक दिए जाने के बाद भी आपदा प्रभावितों को मात्र 300 करोड़ रुपये देने वाली सुक्खू सरकार सिर्फ आरोप लगाने का काम कर रही है।

    आपदा में प्रभावितों से झूठ बोलना बहुत बड़ा अपराध है, जिस व्यक्ति की जिंदगी की पूरी पूंजी चली गई और उसको आज तक कुछ नहीं मिला इससे दुर्भाग्यपूर्ण क्या हो सकता है? राजनीति के बजाय सिर्फ प्रभावितों की मदद पर इस समय मुख्यमंत्री फोकस करें। केंद्र से मिली आपदा राहत कहां जा रही है? लोगों को एक किस्त मिली तो किसी को दो किस्ते मिली हैं बाकी पैसा कहां गया इसका जवाब मुख्यमंत्री जनता को दें।

    प्रदेश की मदद का अनुरोध किया

    पहली बार हुआ है जब हिमाचल प्रदेश के सभी सांसद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष, राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ केंद्रीय मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, जल संसाधन मंत्री सीआर पाटिल, ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल से मिले और त्रासदी से पार पाने के लिए प्रदेश की अधिक मदद करने का अनुरोध किया।

    तीन जिलों में सबसे ज्यादा नुकसान

    आपदा में सबसे अधिक नुकसान कुल्लू, चंबा और मंडी जिला में हुआ है। चंबा में मणिमहेश में 18 लोगों की जिंदगी चली गई है। मंडी से कुल्लू आने में एक घंटे से अधिक समय लगता है, लेकिन शुक्रवार को वह छह घंटे में कुल्लू पहुंचे। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि किस कदर आपदा से फोरलेन को नुकसान पहुंचाया है। कुल्लू के अखाड़ा बाजार में भी अधिक नुकसान हुआ है। अभी तक आठ लोगों के शव बरामद हो गए हैं।

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    बिजली महादेव रोपवे के संदर्भ में की बातचीत

    इससे पहले पूर्व सांसद महेश्वर सिंह की अगुआई में कुल्लू में बिजली महादेव रोपवे के संदर्भ में देव समाज के प्रतिनिधियों से बातचीत की। उन्होंने पवित्र स्थल से जुड़ी देव परंपरा, आस्था और जनता की गहरी भावनाओं को सुना और उनके साथ मजबूती से खड़े रहने का आश्वासन दिया। शुक्रवार सायं जयराम ने मनाली में बाढ़ से हुए नुकसान का जायजा लिया और प्रभावितों से मुलाकात की।

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