Kullu: बंजार की तीर्थन घाटी में भारी बारिश और भूस्खलन से तबाही, मकानों व सड़कों में पड़ी दरारें
Himachal Rains हिमाचल में बरसात ने कई स्थानों पर अपना कहर बरपाया है। तीर्थन घाटी में लगातार हो रही बारिश के कारण बाढ़ और भूस्खलन से यहां का जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। सड़क मार्ग पर भारी बारिश और भूस्खलन से कई स्थानों पर बड़ी-बड़ी दरारें आ गई है जिसकी वजह से धंसने का खतरा बना हुआ है।

कुल्लू, जागरण संवाददाता: हिमाचल प्रदेश में बरसात ने कई स्थानों पर अपना कहर बरपाया है। प्राकृतिक आपदा को 20 दिन बीत जाने के बावजूद भी बंजार क्षेत्र में हालात सामान्य नहीं हो पाए है। कुल्लू के बंजार की तीर्थन घाटी गुशैणी में मंगलवार को एसडीएम बंजार ने भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन के कारण स्थानीय लोगों को हुए नुकसान तथा घाटी में चल रहे राहत, बहाली और पुनर्वास कार्यों का जायजा लिया। तीर्थन घाटी में लगातार हो रही बारिश के कारण बाढ़ और भूस्खलन से यहां का जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है।
एसडीएम ने पहले गुशैणी से शर्ची सड़क में हुई क्षति का निरीक्षण किया। इस सड़क मार्ग के बंद होने की वजह से करीब 12 किलोमीटर तक का सफर कठिन पहाड़ी और जंगली रास्तों के बीच पैदल ही तय किया। घाटी की सभी संपर्क सड़कों को छोटे वाहनों की आवाजाही के लिए बहाल करने और राहत एवं पुनर्वास कार्यों में तेजी लाने के लिए अधिकारियों को शीघ्र सुरक्षा उपाय तथा बड़ी मशीनरी लाने के लिए जरुरी दिशा निर्देश दिए है।
बारिश और भूस्खलन से कई स्थानों पर बड़ी-बड़ी दरारें
गुशैणी से शर्ची सड़क मार्ग पर भारी बारिश और भूस्खलन से कई स्थानों पर बड़ी-बड़ी दरारें आ गई है। इस सड़क मार्ग पर बंदल गांव के पास करीब आधा किलोमीटर तक बहुत गहरी दरार पड़ चुकी है जिनके धंसने का खतरा बना हुआ है। इस कारण कोशूनाली और निचले बंदल के दर्जनों आवासीय मकानों को खतरा पैदा हो गया है। यहां के लोग भी अपने घरों को छोड़ कर सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं।
स्थानीय लोगों को खतरा, खिसक रही चट्टानें
घाटी की ग्राम पंचायत पेखडी में रूपाजानी गांव के पास उपर से बडी-बड़ी चट्टानें खिसक रही है। इस कारण स्थानीय लोगों को खतरा बना हुआ है और लोग अपने घरों को छोड़ कर पलायन करने को मजबूर हो गए है। यहां के स्थानीय निवासियों आउंसू राम, परस राम, कुशाल चंद, भोलू राम, चेत राम, रूप लाल और केवल राम के करीब दस रिहायशी मकान खतरे की जद में आ गए है।
घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर चले गए लोग
लोग अपने घरों को छोड़ कर सुरक्षित स्थानों पर चले गए है। लोगों ने प्रशासन से मांग की है संबंधित विभागीय अधिकारियों और भू वैज्ञानिकों की टीम द्वारा इस क्षेत्र का संयुक्त रूप से निरीक्षण किया जाए। यदि यह स्थान रहने के लिए असुरक्षित हो चुका है तो यहां के बाशिंदों को किसी दूसरे स्थान पर रहने का प्रविधान किया जाए।
लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता कीर्तिमान ठाकुर ने बताया कि सभी संपर्क सड़कों को खोलने का कार्य जोरों पर चला हुआ है। प्रभावित लोगों के लिए जरूरी सुरक्षा उपाय किए जाएंगे।

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