Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    'हिमाचल को 2027 तक आत्मनिर्भर बनाने का लक्ष्य', CM सुक्खू ने विदेशी निवेशकों को निवेश के लिए किया आमंत्रित

    हिमाचल प्रदेश में निवेश के अवसरों का विस्तार किया जा रहा है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कुल्लू के मौहल में हुई एंबेसडर्स मीट में विदेशी निवेशकों को प्रदेश में निवेश के लिए आमंत्रित किया है। अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव पर आयोजित इस बैठक में उज्बेकिस्तान तजाकिस्तान कजाकिस्तान ब्रुनेई के राजदूतों और रूस तथा गुयाना के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

    By Jagran News Edited By: Sushil Kumar Updated: Sat, 19 Oct 2024 12:42 PM (IST)
    Hero Image
    कुल्लू के मौहल में एंबेसडर्स मीट के बाद विदेशी राजदूतों के साथ मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू।

    संवाद सहयोगी, कुल्लू। प्रदेश में निवेश अवसरों का विस्तार किया जा रहा है। शुक्रवार को कुल्लू के मौहल में हुई एंबेसडर्स मीट में मुख्यमंत्री ने विदेशी निवेशकों को प्रदेश में निवेश के लिए आमंत्रित किया। अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने एंबेसडर्स मीट की अध्यक्षता की।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इसमें उज्बेकिस्तान, तजाकिस्तान, कजाकिस्तान, ब्रुनेई के राजदूतों और रूस तथा गुयाना के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। मुख्यमंत्री ने पर्यटन, हरित ऊर्जा, डाटा स्टोरेज, खाद्य प्रसंस्करण और अन्य सतत ऊर्जा क्षेत्रों में निवेश के लिए प्रोत्साहित किया।

    मुख्यमंत्री ने छह राष्ट्रों के राजदूतों व प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने वर्ष 2027 तक हिमाचल को आत्मनिर्भर राज्य व वर्ष 2032 तक देश के सबसे समृद्ध राज्यों में शामिल करने का लक्ष्य रखा है।

    हरित ऊर्जा की दिशा में मिशन मोड पर काम कर रही सरकार

    प्रदेश सरकार 31 मार्च, 2026 तक हिमाचल प्रदेश को हरित ऊर्जा राज्य स्थापित करने की दिशा में मिशन मोड पर काम कर रही है। इन सभी लक्ष्यों को हासिल करने के लिए परिवर्तनकारी निर्णय लेने की आवश्यकता है।

    सरकार प्रदेश में साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए क्रूज जहाजों, शिकारा, मोटर-बोट, जेट स्कीइंग और अन्य जल आधारित गतिविधियों के लिए झीलों और जल निकायों का विकास कर रही है।

    हिमाचल रिवर राफ्टिंग के लिए विश्व प्रसिद्ध है और प्रदेश ने जिला कांगड़ा के बीड़-बिलिंग में ‘पैराग्लाइडिंग विश्व कप’ की सफलतापूर्वक मेजबानी की है।

    ‘अतिथि देवो भव’

    मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचलवासी ‘अतिथि देवो भव’ भावना में विश्वास रखते हैं। प्रदेश के लोगों के लिए अतिथि देवतुल्य हैं। अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव वैश्विक आयोजन के रूप में विकसित हुआ है।

    इस वर्ष इंडोनेशिया, उज्बेकिस्तान, म्यांमार, रूस, संयुक्त राज्य अमेरिका और किर्गिस्तान के सांस्कृतिक दलों के साथ-साथ थाईलैंड व उज्बेकिस्तान के कलाकार आए हैं।

    ये रहे मौजूद

    उज्बेकिस्तान के राजदूत सरदार रुस्तमबाकू, तजाकिस्तान के राजदूत लुकोम बोबोकालोनजोडा, कजाकिस्तान के राजदूत नूरलम, ब्रुनेई के राजदूत दातो अलैहुद्दीन मोहम्मद ताहा, गुयाना के सेकेंड सेक्रेटरी हनानी बेन लेवी के अलावा विधायक भुवनेश्वर गौड़, अनुराधा राणा, सुरेंद्र शौरी और लोकेंद्र कुमार, निदेशक नीरज कुमार, उपायुक्त तोरुल एस रवीश उपस्थित थे।

    शानन प्रोजेक्ट को लेकर क्या बोले सीएम सुक्खू

    वहीं, दूसरी तरफ मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पंजाब से शानन प्रोजेक्ट देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि जोगेंद्रनगर के शानन प्रोजेक्ट की 99 साल की लीज अवधि पूरी हो चुकी है। यह मामला पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से भी उठाया है। हिमाचल को छोटा भाई समझ पंजाब शानन प्रोजेक्ट सौंपे।

    यह भी पढ़ें- क्या है शानन प्रोजेक्ट? पंजाब से क्यों मांग रहा हिमाचल, सीएम सुक्खू बोले- छोटा भाई समझकर सौंपे