Teachers Day पर जयराम सरकार हिमाचल के स्कूलों में तैनात SMC शिक्षकों को दे सकती है बड़ी सौगात, प्रस्ताव कैबिनेट को भेजा
Himachal SMC Teachers हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में सेवाएं दे रहे 2655 एसएमसी शिक्षकों को शिक्षक दिवस के मौके पर सरकार कैजुअल और मेडिकल लीव का उपहार दे सकती है। शिक्षा विभाग ने इसका प्रस्ताव तैयार कर स्वीकृति के लिए प्रदेश मंत्रिमंडल को भेज दिया है।

शिमला, जागरण संवाददाता। Himachal SMC Teachers, हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में सेवाएं दे रहे 2655 एसएमसी शिक्षकों को शिक्षक दिवस के मौके पर सरकार कैजुअल और मेडिकल लीव का उपहार दे सकती है। शिक्षा विभाग ने इसका प्रस्ताव तैयार कर स्वीकृति के लिए प्रदेश मंत्रिमंडल को भेज दिया है। हालांकि यह मांग शिक्षकों की काफी पुरानी है। एसएमसी शिक्षकों ने करीब तीन माह पूर्व राज्य सचिवालय का घेराव कर सरकार को आंदोलन की चेतावनी भी दी थी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया था कि जल्द ही उनकी इस मांग पर निर्णय लिया जाएगा।
मुख्यमंत्री के आश्वासन के बावजूद इस मामले को मंत्रिमंडल को नहीं भेजा जा सका। एसएमसी शिक्षकों ने सरकार के संज्ञान में दोबारा यह मामला लाया। मुख्यमंत्री के आदेश के बाद ही इसे कैबिनेट में लाया जा रहा है। अभी तक एसएमसी शिक्षकों को कोई अवकाश नहीं मिलता। केवल महिलाओं को मातृत्व अवकाश दिया जाता है।
नीति बनाने में कानूनी पेचिदगियां
एसएमसी शिक्षक पीटीए व पैरा शिक्षकों की तर्ज पर नीति बनाकर सीधे अनुबंध पर लाने की मांग कर रहे हैं। लेकिन इस मामले में कई कानूनी पेचिदगियां हैं। विभाग ने इस पर विधि विभाग की राय भी ली है। पूर्व सरकार में एसएमसी शिक्षक भर्ती हुए थे। ये शिक्षक प्रदेश के दूरदराज क्षेत्रों के उन स्कूलों में सेवाएं दे रहे हैं जहां पर नियमित शिक्षक नहीं जाते। सरकार ने उनके लिए सुप्रीम कोर्ट तक लड़ाई लड़ी। मुख्यमंत्री ने विभागीय अधिकारियों से कहा था कि सभी शिक्षकों के लिए बीच का रास्ता निकालें। नियमों में कानून के मुताबिक संशोधन किया जाए। हालांकि बताया जा रहा है कि नीति का प्रस्ताव तैयार नहीं किया है। अनौपचारिक रूप से चर्चा के लिए इसे कैबिनेट में रखा जाएगा।
एसएमसी शिक्षकों का हो रहा शोषण : मनोज
एसएमसी शिक्षक संघ के अध्यक्ष मनोज रौंगटा ने कहा कि सरकार एसएमसी शिक्षकों का शोषण कर रही है। उनकी मांगों की लगातार अनदेखी कर रही है। सभी कर्मचारियों को नया पे स्केल दिया गया है। एसएमसी शिक्षक भी उतने ही समय स्कूल में पढ़ाते हैं जितने समय नियमित। वेतन में दिन रात का अंतर है।

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