शूलिनी लिटफेस्ट: लेखिका शिवानी सिंह बोलीं- 'द कश्मीर फाइल्स' से 30 साल बाद सामने आया सच
Shoolini Litfest जम्मू-कश्मीर में पंडितों पर हुए अत्याचार को 30 साल बाद किसी ने बड़े पर्दे पर दिखाया है। द कश्मीर फाइल्स फिल्म हिंदुओं पर हुए अत्याचारों की सच्चाई को दिखा रही है। यह बात लेखिका शिवानी सिंह ने दैनिक जागरण के साथ बातचीत में कही।

सोलन, भूपेंद्र ठाकुर। Shoolini Litfest, जम्मू-कश्मीर में पंडितों पर हुए अत्याचार को 30 साल बाद किसी ने बड़े पर्दे पर दिखाया है। 'द कश्मीर फाइल्स' फिल्म हिंदुओं पर हुए अत्याचारों की सच्चाई को दिखा रही है। यह सच आज तक देश से छिपाया जा रहा था। यह बात शूलिनी लिटफेस्ट में भाग लेने सोलन आई लेखिका शिवानी सिंह ने दैनिक जागरण के साथ बातचीत में कही।
शिवानी सिंह ने कहा कि बालीवुड पर हमेशा से इस प्रकार की फिल्में न बनाने का दबाव रहा है। अर्से बाद किसी निर्देशक ने फिल्म के माध्यम से जम्मू-कश्मीर का सच दिखाया है। राजनीतिक दलों ने भी हिंदुओं के लिए क्या किया है। आज जो लोग अपने आप को हिंदुओं का हितैषी कहते हैं वे तब कहां थे जब जम्मू-कश्मीर में हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा था।
दिल्ली की रहने वाली लेखिका शिवानी सिंह ने हाल ही में 'नालंदा' पुस्तक लिखी है। उन्होंने कहा कि नालंदा दुनिया का सबसे पुराना विश्वविद्यालय था। सम्राट अशोक के कार्यकाल में यह विश्वविद्यालय स्थापित हुआ था और करीब 400 साल तक यहां दुनिया के सभी ग्रंथों और प्रत्येक विषय पर शिक्षा दी जाती रही। यहां पर पुस्तकों का खजाना था। विदेशी इन पुस्तकों को यहां से अपने साथ ले गए और इनको पढ़कर ही विदेशियों ने शोध किए।
बच्चों को नहीं पढ़ाया जा रहा सही इतिहास
शिवानी सिंह ने कहा कि हमारे बच्चों को भारतीय शासकों का सही इतिहास पढ़ाया ही नहीं जा रहा है। मुगलों ने कौन-कौन से भारतीय शासकों को हराया, केवल उसके बारे में बताया गया। पृथ्वीराज चौहान जैसे वीर योद्धा के बारे में बताया ही नहीं जाता है। इतिहास का एक पहलू ही बताया व पढ़ाया जा रहा है, जिसमें हिंदू राजाओं को कमजोर साबित किया गया। भारत में बहुत से ऐसे वीर योद्धा हुए हैं, जिनके बारे में लोग जानते ही नहीं हैं। उन्होंने कहा कि वह भारत के ऐसे तमाम वीर योद्धाओं पर एक किताब लिख रही हैं, जिसके माध्यम से युवाओं को भारत के सही इतिहास से अवगत करवाने का प्रयास किया जाएगा। लेखिका का कहना है कि स्कूलों में पढ़ाए जा रहे इतिहास को बदलने की आवश्यकता है।
अब तक तीन पुस्तकें लिखी
शिवानी सिंह अब तक तीन पुस्तकें लिखी हैं। सबसे चर्चित पुस्तक नालंदा रही है। वह भारतीय इतिहास पर पीएचडी भी कर रही हैं।
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