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VIDEO: हिमाचल के पांवटा-शिलाई-हाटकोटी नेशनल हाईवे का एक बड़ा हिस्सा भूस्खलन से तबाह

जिला सिरमौर में पिछले 4 दिनों से लगातार हो बारिश ने तबाही मचानी शुरू कर दी है। शुक्रवार सुबह करीब 800 बजे के आसपास पांवटा साहिब-शिलाई-हाटकोटी नेशनल हाईवे का एक डेढ़ सौ मीटर का हिस्सा भूस्खलन से ढह गया है।

By Richa RanaEdited By: Published: Fri, 30 Jul 2021 11:06 AM (IST)Updated: Fri, 30 Jul 2021 11:35 AM (IST)
पांवटा साहिब-शिलाई-हाटकोटी नेशनल हाईवे का एक डेढ़ सौ मीटर का हिस्सा भूस्खलन से ढह गया है।

नाहन, जागरण संवाददाता। जिला सिरमौर में पिछले 4 दिनों से लगातार हुई बारिश ने तबाही मचानी शुरू कर दी है। शुक्रवार सुबह करीब 8:00 बजे के आसपास पांवटा साहिब-शिलाई-हाटकोटी नेशनल हाईवे का एक डेढ़ सौ मीटर का हिस्सा भूस्खलन से ढह गया है। कमराऊ के नजदीक बड़वास में एनएच पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुका है। नेशनल हाईवे के दोनों तरफ सैकड़ों वाहनों में हजारों लोग फंस गए हैं।

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पांवटा साहब सिलाई हाटकोटी नेशनल हाईवे पर इन दिनों निर्माण कार्य चला हुआ है। वहीं कमराऊ व बड़वास के आसपास तथा के इलाकों में हाईवे की दलदल वाली जमीन होने से कई बार पहले भी पूरा का पूरा पहाड़ ढह चुका है। जैसे ही पहाड़ में हल्की-हल्की दरारे आने लगी, तो लोगों ने अपने वाहन रोक लिए, भूस्खलन से बचने के लिए दोनों तरफ वाहनों को रोक दिया गया। जिससे जान-माल की तो कोई क्षति नहीं हुई। मगर नेशनल हाईवे का करीब डेढ़ सौ मीटर सड़क पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी है। जिसे खोलने में कम से कम 3 दिन का समय लग सकता है, क्योंकि जहां पर भूस्खलन हुआ है। वहां पर अभी भी हल्का-हल्का भूस्खलन तथा पहाड़ से पत्थर गिरने का क्रम जारी है।

जिला सिरमौर में पिछले 4 दिनों से हुई बारिश से लोक निर्माण विभाग, नेशनल हाईवे ओर सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग को करीब 10 करोड़ का नुकसान हुआ है। इसमें सबसे अधिक नुकसान नेशनल हाईवे का हुआ है, पिछले 4 दिनों में नेशनल हाईवे को 5 करोड़ के आसपास का नुकसान हुआ है। नेशनल हाईवे नाहन सराहां कुमारहट्टी पर लगातार पत्थर गिरने भूस्खलन होने से एनएच काफी क्षतिग्रस्त हुआ है।

वही पांवटा साहिब शिलाई नेशनल हाईवे पर भी जगह-जगह मलबा व पत्थर गिरने से हाईवे क्षति क्षतिग्रस्त हो रहा है।पांवटा शिलाई हाटकोटी नेशनल हाईवे पर निर्माण कार्य के चलते जहां पर नई कटिंग हुई है, वहां पर काफी मात्रा में मलबा पहाड़ से सड़क पर आ रहा है। जिसके चलते वाहन चालकों को वाहन चलाने में समस्या हो रही है, साथ ही हर समय पहाड़ से गिरने वाले मलबे से हादसा होने का भी खतरा लगातार बना हुआ है।

जिला सिरमौर में लगातार हो रही बारिश से यमुना नदी व गिरी नदी का जलस्तर काफी बढ़ चुका है। यमुना खतरे के निशान के समीप पहुंचने वाले हैं। इसके साथ ही श्री रेणुका जी के समीप जटोन डेम के फाटक भी कुछ समय के खोल दिए गए थे, क्योंकि डेम में पानी खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया था। जिला प्रशासन ने स्थानीय लोगों तथा पर्यटकों से नदी नालों से दूर रहने का आग्रह किया है, ताकि किसी अप्रिय घटना से बचा जा सके।


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