श्रीबज्रेश्वरी माता मंदिर के हवनकुंड में कूदे व्यक्ति की हालत में सुधार, पुलिस को बताया क्यों लगाई थी छलांग
Jumped in Hawankund शारदीय नवरात्र की अष्टमी पर श्री बज्रेश्वरी मंदिर के हवन कुंड में कूदने वाले उत्तर प्रदेश के बुजुर्ग मनफूल सिंह ने पुलिस को बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मां बज्रेश्वरी में उनकी अथाह आस्था है। वह हर साल मंदिर आते हैं।

कांगड़ा, संवाद सहयोगी। Jumped in Hawankund, शारदीय नवरात्र की अष्टमी पर श्री बज्रेश्वरी मंदिर के हवन कुंड में कूदने वाले उत्तर प्रदेश के बुजुर्ग मनफूल सिंह ने पुलिस को बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मां बज्रेश्वरी में उनकी अथाह आस्था है। वह हर साल मंदिर आते हैं। हवन कुंड में पहुंचने के बाद पदा ही नहीं चला क्या हुआ, वह माता के ही ध्यान में थे। जिन लोगों के साथ वह अपने क्षेत्र से कांगड़ा आए थे, वे भी अस्पताल पहुंचे हैं। बुजुर्ग का उपचार टांडा मेडिकल कालेज एवं अस्पताल में चल रहा है।
बुजुर्ग मनफूल सिंह पुत्र बिहारी लाल, गांव नगला जाख तहसील घिरौर, मैनपुरी, परहाम उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। उन्होंने अष्टमी को श्री बज्रेश्वरी माता के हवन कुंड में छलांग लगा दी थी, उसको प्राथमिक उपचार के लिए सिविल अस्पताल कांगड़ा लाया गया था, इसके बाद उसे उच्च चिकित्सा के लिए टांडा मेडिकल कालेज एवं अस्पताल रेफर किया गया।
पहले बुजुर्ग बयान देने की हालत में नहीं था। बुजुर्ग हवन कुंड में कूदने से 40 फीसद झुलस गया है। हालत में कुछ सुधार होने पर उसने पुलिस को बयान कलमबद करवाया है। और उसके साथ आए रिश्तेदार भी अस्पताल पहुंचे हैं। वहीं प्रत्यक्षदर्शी दिल्ली के श्रद्धालुओं का कहना है कि व्यक्ति हवन कुंड में कूदने के बाद भी जय माता की, जय ज्वालामुखी, जय भवानी कहता रहा। कुछ समय के लिए पता ही नहीं चला यह क्या हो रहा है।
हवन कुंड के पास जाने पर प्रतिबंध
कांगड़ा। शक्तिपीठ माता श्री बज्रेश्वरी देवी के हवन कुंड में श्रद्धालु के कूदने की घटना के बाद प्रशासन ने हवन कुंड में अब आम श्रद्धालुओं के जाने पर प्रतिबंध लगा दिया है। मंदिर सहायक आयुक्त व उपमंडल अधिकारी अभिषेक वर्मा ने इस बाबत निर्देश जारी कर दिए हैं। उन्होंने बताया हवन कुंड में अब उन्हीं श्रद्धालुओं को बैठने की अनुमति होगी, जिनके पास हवन करने की अनुमति व कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगी होंगी। उन्होंने बताया हवन कुंड को चारों ओर से बंद करने के निर्देश दे दिए गए हैं और अब किसी भी आम श्रद्धालु को हवन कुंड के पास जाने की अनुमति नहीं होगी।
प्रशासन ने लगाई रस्सी
शक्तिपीठ माता श्री बज्रेश्वरी देवी मंदिर में स्थित हवन कुंड वीरवार को नवमी को लेकर सुबह से हवन शुरू हो गए और श्रद्धालुओं द्वारा हवन कुंड में आहुति डालने का सिलसिला जारी रहा। हालांकि मंदिर प्रशासन द्वारा दिए गए निर्देशों पर हवन कुंड में चारों ओर से रस्सी लगा दी गई है। अब कोई भी श्रद्धालु हवन कुंड के नजदीक नहीं आ सकता। हवन कुंड में चल रही आग इतनी ज्यादा थी कि वहां पर कुंड के पास आसपास खड़ा होना भी मुश्किल था। ऐसे में बुधवार को उत्तर प्रदेश के श्रद्धालु के हवन कुंड में कूदने से हर कोई हैरान है।
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