Chandra Grahan2021: हिमाचल में आंशिक रहेगा चंद्रग्रहण,आज दोपहर 12 बजकर 48 मिनट पर लगेगा साल का आखिरी सबसे लंबा चंद्रग्रहण
आज इस वर्ष का आखिरी चंद्रग्रहण आज लग रहा है जो यहां आंशिक होगा। जवाली के ज्योतिषी पंडित विपन शर्मा ने बताया कि यह आंशिक चंद्रग्रहण आज लग रहा है। जब चंद्रमा कुछ घंटों के लिए पृथ्वी की छाया में ढक जाएगा।
धर्मशाला, जागरण संवाददाता। आज इस वर्ष का आखिरी चंद्रग्रहण आज लग रहा है जो हिमाचल में आंशिक होगा। जवाली के ज्योतिषी पंडित विपन शर्मा ने बताया कि यह आंशिक चंद्रग्रहण आज लग रहा है। जब चंद्रमा कुछ घंटों के लिए पृथ्वी की छाया में ढक जाएगा। भारत में आंशिक चंद्रग्रहण की शुरूआत आज दोपहर 12 बजकर 48 मिनट से होगी और यह चार बजकर 17 मिनट तक दिखाई देगा। इस आंशिक चंद्र ग्रहण की अवधि तीन घंटे 28 मिनट और 24 सेकेंड होगी।
इससे पहले इतना लंबा चंद्रग्रहण 18 फरवरी 1440 को हुआ था। भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों में यह सबसे लंबा आंशिक चंद्र ग्रहण देखा जा सकेगा तथा यह मौका 580 साल बाद आया है। हालांकि चंद्र ग्रहण अरुणाचल प्रदेश और असम के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा। जबकि इसका हिमाचल प्रदेश में कोई भी प्रभाव नहीं पड़ेगा।
इस तरह से लगता है चंद्रग्रहण
सूर्य की परिक्रमा के दौरान पृथ्वी, चांद और सूर्य के बीच में इस तरह आ जाती है कि चांद धरती की पृथ्वी और चंद्रमा अपनी कक्षा में एक-दूसरे की बिल्कुल सीधे में हों। पूर्णिमा के दिन जब सूर्य और चंद्रमा की बीच पृथ्वी आ जाती है तो उसकी छाया चंद्रमा पर पड़ती है। इससे चंद्रमा का छाया वाला भाग अंधकारमय रहता है और इस स्थिति में धरती से चांद को देखते हैं तो वह भाग काला दिखता है जिसे चंद्रग्रहण कहते हैं। ग्रहण की शुरूआत से पहले चंद्रमा धरती की उपछाया में प्रवेश करता है। चंद्रमा जब धरती की वास्तविक छाया में प्रवेश करता है तभी उसे पूर्ण रूप से चंद्रग्रहण माना जाता है लेकिन अगर चंद्रमा धरती की वास्तविक छाया में प्रवेश किए बिना ही बाहर आ जाता है, तो उसे उपछाया ग्रहण कहते हैं। ज्योतिषी में भी उपछाया को ग्रहण का दर्जा नहीं दिया गया है। इस लिहाज से उपछाया ग्रहण को वास्तविक चंद्र ग्रहण नहीं माना जाता है। पंडित विपन शर्मा ने बताया कि यह ग्रहण आंशिक है, इसका ज्यादा प्रभाव नहीं होगा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।