गोपालपुर में जल्द सुनाई देगी शेर की दहाड़, टीम जूनागढ़ रवाना; वाड़े में लगाया गया हीटर
Pairs of Lion in Gopalpur Zoo करीब तीन वर्ष के अंतराल के बाद गोपालपुर चिडिय़ाघर में शेर की दहाड़ गूंजने वाली है।
नगरी, जेएनएन। करीब तीन वर्ष के अंतराल के बाद गोपालपुर चिडिय़ाघर में शेर की दहाड़ गूंजने वाली है। चिडिय़ाघर की पांच सदस्यीय टीम शकरबाग जूलॉजिकल गार्डन जूनागढ़ में शेर-शेरनी की जोड़ी लाने के लिए पहुंच गई है। टीम शेर-शेरनी की आदतों का अध्ययन कर रही है और जल्द ही उन्हें अपने साथ लेकर गोपालपुर लौटेगी। इस टीम में प्रभारी हेम राज, पशु चिकित्सक डाॅक्टर विपिन कुमार, बायोलॉजिस्ट विशाल ठाकुर, पशु अनुचर बलवीर सिंह, बहुउद्देशीय पशु अनुचर बंदर नसबंदी केंद्र राजेश कुमार है। जानकारी के मुताबिक वर्तमान में जो शेर-शेरनी का जोड़ा जूनागढ़ में है।
वहां पर टीम ने अपनी प्रारंभिक जांच पूरी कर ली है। अब जल्द ही जूनागढ़ से टीम उन्हें लेकर गोपालपुर चिडिय़ाघर आएगी। माना जा रहा है कि अगले सप्ताह तक शेर का जोड़ा गोपालपुर चिडिय़ाघर पहुंच जाएगा। जिसके बाद एक से 2 सप्ताह बाद इस जोड़े को सभी पर्यटकों के सामने लाया जाएगा। गोपालपुर चिडिय़ाघर में शेर बाड़े को पूरी तरह से तैयार कर लिया गया है। शेर के नाईट शेड में हीटर की व्यवस्था कर ली गई है ताकि शेर के जोड़े को जूनागढ़ से मिलता जुलता वातावरण दिया जा सके। अंतिम शेरनी 25 अप्रैल 2016 को मर गई थी।
वन खंड अधिकारी एवं कार्यकारी प्रभारी चिडि़याघर विनोद कुमार का कहना है अब काफी लंबे समय बाद पुन: शेरों को गोपालपुर चिडिय़ाघर लाया जा रहा है। उम्मीद है शेर के आने से चिडिय़ाघर आकर्षण का केंद्र बनेगा। शेर के आने से स्वाभाविक तौर पर फर्क पड़ेगा। कई दफा जो पर्यटक शेर देखने को न मिलने पर निराश होते हैं वो निश्चित तौर से शेर के आने पर खुश होंगे।
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