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    एनएचएआइ ने मंडी-पठानकोट फोरलेन निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया रोकी, लटकी परियोजना

    By Rajesh SharmaEdited By:
    Updated: Tue, 18 Jun 2019 09:54 AM (IST)

    नूरपुर के कंडवाल से जौंटा तक बनने वाले फोरलेन के लिए जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया रुकने से फिलहाल फोरलेन का निर्माण सरकारी फाइलों में दफन होकर रह गया है। ...और पढ़ें

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    एनएचएआइ ने मंडी-पठानकोट फोरलेन निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया रोकी, लटकी परियोजना

    नूरपुर, जेएनएन। नूरपुर के कंडवाल से जौंटा तक बनने वाले फोरलेन के लिए जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया रुकने से फिलहाल फोरलेन का निर्माण सरकारी फाइलों में दफन होकर रह गया है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने प्रशासन को नूरपुर उपमंडल में बनने वाले प्रस्तावित फोरलेन के निर्माण कार्य के लिए जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया को बंद करने के आदेश दे दिए हैं। जिससे इस फोरलेन सड़क की चपेट में आने वाले परिवार असमंजस की स्थिति में पड़ गए हैं कि उनके घर या अन्य निर्माण स्ट्रक्चर भविष्य में इसकी जद में तो नहीं आएंगे। कंडवाल से जौंटा तक तक बनने वाले लगभग 31 किलोमीटर लंबे फोरलेन के लिए 31 महालों की जमीन अधिग्रहण होने की प्रक्रिया चल रही थी।

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    लगभग सात चरणों वाले इस कार्य में प्रशासन ने थ्री-ए, थ्री-बी, थ्री-सी व थ्री-डी का कार्य पूर्ण कर लिया है और फोरलेन बनने बारे अधिसूचना भी जारी हो चुकी थी। अब प्रशासन ने अगले चरणों मे प्रभावित व्यक्तियों की जमीन अधिग्रहण करनी थी और उन्हें मुआवजा देना था, जिसके बाद इस प्रस्तावित फोरलेन का निर्माण कार्य का मार्ग प्रशस्त हो जाना था। लेकिन अब नेशनल हार्इवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने प्रशासन को अपने अगले आदेश तक सभी प्रकार के कार्य बंद करने के आदेश दिए हैं, जिससे इस अति महत्वाकांक्षी परियोजना का कार्य फिलहाल लटक गया है।

     

    उपमंडल नूरपुर के तहत पड़ते क्षेत्र में राष्ट्रीय उच्च मार्ग नंबर 154 पर यहां फोरलेन बनना प्रस्तावित है। प्रशासन को अब  पांचवें चरण थ्री-ई का कार्य शुरू करना था और बाद में थ्री-जी में मुआवजे का आंकलन करना था व थ्री-एच में जमीन के मालिकों को मुआवजा देना था। इसके बाद उपमंडल में करीब 31 किलोमीटर फोरलेन सड़क मार्ग बनने का मार्ग प्रशस्त होना था। उपमंडल के तहत पठानकोट-जालंधर फोरलेन सड़क मार्ग की तर्ज पर बनने वाले फोरलेन मंडी-पठानकोट फोरलेन जो कंडवाल से जौंटा तक लगभग 31 किलोमीटर लंबी बननी थी, इसमें दोनों तरफ से जाने व आने की चौड़ी सड़कें बनाने व बीच में डिवाइडर बनाने का प्रावधान था, ताकि सड़क पर जाम लगने, दुर्घटना होने को संभावना वेहद कम हो व दूरी भी कम हो।

     

    क्या कहते हैं एसडीएम

    एसडीएम डॉ. सुरेंद्र ठाकुर ने बताया नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने नूरपुर उपमंडल के फोरलेन के निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया को आगामी आदेश तक बंद करने के आदेश दिए हैं।

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