शिमला में तेंदुआ अभी तक विभाग की पहुंच से बाहर, 15 कैमरे और लगेंगे
राजधानी शिमला के लोगों को अभी तक तेंदुए के आतंक से राहत नहीं मिल पा रही है। अभी तक तेंदुआ वन विभाग की टीम से लेकर विशेषज्ञों की टीम की पहुंच से बाहर है। देहरादून से आए विशेषज्ञों की टीम ने जंगल में अतिरिक्त कैमरे लगाने की बात कहीं हैं।
शिमला, जागरण संवाददाता। राजधानी शिमला के लोगों को अभी तक तेंदुए के आतंक से राहत नहीं मिल पा रही है। अभी तक तेंदुआ वन विभाग की टीम से लेकर विशेषज्ञों की टीम की पहुंच से बाहर है। देहरादून से आए विशेषज्ञों की टीम ने जंगल में अतिरिक्त कैमरे लगाने की बात कहीं हैं। इसके साथ ही जंगल में ङ्क्षपजरों की संख्या बढ़ाने की बात कहीं हैं. वन विभाग की टीम को पिछली रात भी कई स्थानों पर तेंदुआ दिखा है। अभी तक दो तेंदुए दिखे हैं। इसमें एक के साथ तीन बच्चे भी है। ऐसे में विभाग की टीम खुद ये मानकर चल रही है कि जंगल में तेंदुओं की संख्या इससे भी ज्यादा हो सकती है, जंगल में अन्य वन्य प्राणियों के दिखने के बाद अंदाजा लगाया जा रहा है कि यहां पर तेंदुए की संख्या ज्यादा हो सकती है।
अभी तक तेंदुआ विभाग की पकड़ में नहीं आ रहा है। एक मादा तेंदुआ तीन बच्चों सहित एक कैमरे में दो बार देखी गई है। एक अन्य तेंदुआ भी दिख रहा है। अब विभाग से लेकर विशेषज्ञ परेशानी में हैं कि इनमें से हमलावर कौन सा तेंदुआ होगा। विशेषज्ञों की टीम ने दूसरे दिन भी जंगल के सभी संवेदनशील स्थानों पर जाकर निरीक्षण किया।
आवासीय क्षेत्रों के पास से झाडिय़ां काटने का अभियान जारी
वन विभाग ने शहर में जंगलों के साथ बसी कालोनीयों के पास झांडिया व घास को काटने का काम शुरू कर दिया है। इसके तहत विभाग का मानना है कि कालोनियों के समीप लगी झा़डिय़ों में छुपकर तेंदुआ रहे तो ही आम लोगों को हमला करने की संभावना ज्यादा रहती है। इसे खत्म करने के लिए झाडिय़ों को काटने का काम शुरू किया। इस अभियान को पूरे शहर में चलाया जा रहा है
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