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कांगड़ा घाटी रेल पकड़ेगी रफ्तार

कांगड़ा घाटी रेल मार्ग इस साल नए रूप में नजर आएगा। मार्ग में करीब 30 साल बाद जहां नए रेल इंजन ट्रेनों को खींचने के लिए तैयार हैं। रेल मार्ग के ट्रैक से लेकर यहां के कई बड़े रेलवे स्टेशनों को भी नया रूप दिया गया है।

By Vijay BhushanEdited By: Published: Fri, 08 Jan 2021 05:29 PM (IST)Updated: Fri, 08 Jan 2021 05:29 PM (IST)
कांगड़ा घाटी रेल मार्ग इस साल रफ्तार पकड़ेगा। जागरण आर्काइव

मुनीष दीक्षित, बैजनाथ : कांगड़ा घाटी रेल मार्ग कई दशकों के बाद इस साल नए रूप में नजर आएगा। इस मार्ग में करीब 30 साल बाद जहां नए रेल इंजन ट्रेनों को खींचने के लिए तैयार हैं। वहीं कांगड़ा घाटी रेल मार्ग के ट्रैक से लेकर यहां के कई बड़े रेलवे स्टेशनों को भी नया रूप दिया गया है। उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक खुद इस मार्ग का कुछ दिन पहले निरीक्षण करके गए हैं। वर्ष 2021 में इस रेलमार्ग का नया रूप तैयार है। कोरोना के कारण फिलहाल रेल यातायात बंद हैं। लेकिन जब भी यहां रेल सेवा शुरू होगी। इस मार्ग का नया रूप व ट्रेनों की अच्छी रफ्तार देखने को मिलेगी। करीब 164 किलोमीटर पठानकोट-जोगेंद्रनगर रेलमार्ग का निर्माण वर्ष 1926 में शुरू हुआ था तथा 1929 में पहली ट्रेन जोगेंद्रनगर में बन रहे शानन पावर हाउस के लिए मशीनरी लेकर पहुंची थी। इसके बाद से इस रेलमार्ग को यात्री ट्रेनों के लिए शुरू कर दिया गया था। 50 साल से अधिक समय तक इस रेल मार्ग में भांप इंजन ट्रेनों को खींचने में प्रयोग लाया जाता रहा। इसके बाद नब्बे के दशक में यहां डीजल इंजन लाए गए। करीब 30 साल तक चलने के बाद यह रेल इंजन बार बार खराब होने लगे। लेकिन पिछले साल ही यहां चार नए डीजल इंजन लाए गए हैं। इनमें से अभी दो इंजन रेल मार्ग में चले थे कि कोरोना के कारण दस माह से यहां रेल यातायात बंद हो गया। अब इस साल इस रेल मार्ग में कुल 11 नए रेल इंजन आ रहे हैं। साथ ही ट्रेनों की गति बढ़ाने के लिए रेल ट्रैक की भी मरम्मत की गई है।

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आम आदमी के लिए वरदान है कांगड़ा घाटी रेल

भारी बस किराये के बीच कांगड़ा घाटी रेल कई सालों से आम व गरीब वर्ग के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। इस रेलमार्ग में काफी कम किराये के साथ लोग पठानकोट से जोगेंद्रनगर तक का आरामदायक सफर तय कर पाते हैं। कुछ स्थानों में तो ट्रेन ही आवाजाही का मुख्य साधन भी है। ऐसे में अगर इसकी गति बढ़ती है, तो इसका लाभ काफी लोग ले पाएंगे।

कांगड़ा घाटी रेलमार्ग में कई बदलाव किए जा रहे हैं। यहां के कुछ रेलवे स्टेशनों को आधुनिक बनाया गया है। चार नए रेल इंजन आ गए हैं, कुल 11 नए रेल इंजन यहां आएंगे। जब भी रेल यातायात यहां शुरू होगा। काफी नए बदलाव नजर आएंगे।

-आशुतोष गंगल, महाप्रबंधक, उत्तर रेलवे।


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