शिव मंदिर बैजनाथ को अवैध खनन से खतरा, कार्रवाई शून्य
शिव मंदिर बैजनाथ से महज 10 मीटर की दूरी पर धड़ल्ले से अवैध खनन का कारोबार हो रहा है जिससे शिव मंदिर को खतरा पैदा हो रहा है।
बैजनाथ, मुनीष दीक्षित। ऐतिहासिक शिव मंदिर बैजनाथ को अवैध खनन से खतरा पैदा हो गया है। मंदिर से महज 10 मीटर की दूरी पर ढांक के ठीक नीचे बिनवा खड्ड में धड़ल्ले से खनन हो रहा है। कुछ माह से यहां सक्रिय खनन माफिया घोड़ों की मदद से हजारों टन रेत, बजरी व पत्थर निकाल चुका है। इसे बाकायदा डंप कर ट्रैक्टर-ट्रॉलियों की मदद से आगे बेचा जा रहा है। हालांकि अधिकारी खनन माफिया पर कार्रवाई के दावे करते हैं लेकिन कार्रवाई शून्य है।
सुरक्षा की दृष्टि से शिव मंदिर के आसपास बिनवा पुल व कथोग चश्मे से ऊपर तक खनन पर प्रतिबंध है मगर माफिया शिव मंदिर के ठीक नीचे बने खीर गंगा घाट के पास से भारी मात्रा में खनन कर रहा है। हैरानी की बात यह है कि यहां अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। वर्ष 2005 में प्रशासन ने यहां खनन माफिया पर कार्रवाई की थी तथा खनन प्रयोग में लाए जाने वाले रास्तों को बंद कर दिया था। अब माफिया से जुडे़ लोगों ने रास्तों को खोलकर दोबारा खनन फिर शुरू कर दिया है। बैजनाथ शिव मंदिर ऐतिहासिक धरोहर है और पुरातत्व विभाग के अधीन है। माफिया के लोग इसके अलावा बैजनाथ के रेल पुल के नीचे भी खनन कर रहे हैं जबकि यहां से रेलवे स्टेशन महज सौ मीटर की दूरी पर है।
डंगे को भी पहुंचने लगा नुकसान कुछ साल पहले खीर गंगा घाट के पास लाखों की लागत से मंदिर की सुरक्षा के लिए लगाए गए डंगे का आधार भी खनन के कारण खाली हो गया है। यहां खनन से गड्ढे पड़ रहे हैं। साथ ही बिनवा का तल लगातार नीचे होता जा रहा है।
शिव मंदिर के आसपास खनन नहीं किया जा सकता है। यदि कोई खनन कर रहा है तो प्रशासन के माध्यम से कार्रवाई की जाएगी। कर्मचारियों को कार्रवाई के निर्देश दिए जाएंगे।
-प्रशांत डोगरा, संरक्षण सहायक, पुरातत्व विभाग, कांगड़ा।
खनन कर रहे लोगों पर कार्रवाई की जाएगी। यहां पहले भी टीम ने चालान किए थे और अब दोबारा कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
-राजीव कालिया, खनन अधिकारी, धर्मशाला।
अवैध खनन करने वालों पर कार्रवाई की जा रही है। मैं खुद भी टीम लेकर मौके पर जा चुकी हूं। पुलिस की मदद से जल्द कार्रवाई की जाएगी।
-छवि नांटा, एसडीएम, बैजनाथ