परिवहन विभाग व एचआरटीसी के अधिकारियों की लापरवाही से एक लाख रुपये इनकम वाला बस रूट 8 माह से बंद
हिमाचल पथ परिवहन निगम व परिवहन विभाग के अधिकारियों की लापरवाही से एक लाख रुपये से अधिक इनकम वाला बस रूट पिछले 8 माह से बंद है। जिसके चलते जहां एचआरटीस ...और पढ़ें

नाहन,राजन पुंडीर। हिमाचल पथ परिवहन निगम व परिवहन विभाग के अधिकारियों की लापरवाही से एक लाख रुपये से अधिक इनकम वाला बस रूट पिछले 8 माह से बंद है। जिसके चलते जहां एचआरटीसी को प्रतिमाह लाखों रुपये का नुकसान हो रहा है। वहीं सिरमौर, शिमला, सोलन व किन्नौर की जनता को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। किन्नौर जिला के रिकांगपिओ डिपो की मोरंग रिकांगपिओ शिमला नाहन हरिद्वार बस रूट पिछले 8 माह से बंद है। यह बस 2 वर्षों तक टेंपरेरी परमिट पर मोरंग से हरिद्वार चलती रही। गत वर्ष उत्तराखंड के अधिकारियों द्वारा चैकिंग के दौरान जब बस का नियमित परमिट मांगा गया, तो बस चालक को चेतावनी देकर छोड़ दिया, उसके बाद से निगम ने बस बंद कर दी। जिसका खामियाजा 4 जिलों की जनता को भुगतना पड़ रहा है।
विदित रहे कि जिला सिरमौर से किन्नौर व अपर शिमला में सैकड़ों कर्मचारी व अधिकारी कार्यरत हैं। जोकि पांवटा साहिब व नाहन से रिकांगपिओ के लिए सीधी एकमात्र बस सेवा में सफर करते थे, मगर यह बस पिछले 8 माह से बंद है। परिवहन निगम व एचआरटीसी के अधिकारियों की लापरवाही से 2 साल तक टेंपरेरी परमिट पर चला रूट आखिर क्यों नियमित नहीं हो पाया, अधिकारियों की कार्यशैली पर कई सवाल खड़े कर रहा है। आखिर क्यों एचआरटीसी तथा परिवहन विभाग के अधिकारी इस प्राफिट वाले रूट के परमिट को नियमित नहीं कर पाए। बता दें कि मोरंग से यह बस सुबह 5:30 बजे चलती थी, जो कि अगले दिन 5:30 बजे 24 घंटे का सफर तय कर हरिद्वार पहुंचाती थी। इस बस के एक चक्कर की आय 70 हजार रुपये से लेकर 1 लाख रुपये तक की थी। आमतौर पर एचआरटीसी के अधिकारी तथा कर्मचारी बस रूट घाटे में होने का रोना रोते हैं। मगर जो रूट प्राफिट का था, उसे चलाने में तथा उसका परमिट नियमित करने में आखिर एचआरटीसी व परिवहन निगम के कर्मचारी क्यों लापरवाही बरत रहे हैं, यह समझ से परे हैं।
उधर एचआरटीसी रिकांगपिओ डिपो के क्षेत्रीय प्रबंधक अजिंदर चौधरी ने बताया कि मोरंग शिमला नाहन हरिद्वार बस का परमिट नियमित नहीं है। जब तक बस का नियमित परमिट नहीं आता, तब तक इस बस को नहीं चलाया जा सकता है। उधर जब इस संदर्भ में हिमाचल पथ परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक संदीप कुमार से बात की तो उन्होंने बताया कि जल्द ही इस बस का रूट नियमित करवा कर इसे दोबारा शुरू करवाया जाएगा।

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