Updated: Sat, 06 Sep 2025 10:25 PM (IST)
हिमाचल पथ परिवहन निगम मणिमहेश यात्रियों को घर पहुंचाने के लिए लगातार काम कर रहा है। 187 बसों से 8120 यात्रियों को चंबा से पठानकोट और कांगड़ा पहुंचाया गया है। एचआरटीसी ने थुनाग मंडी में भी मुफ्त सेवाएं दीं। कांगड़ा में वर्षा से भारी नुकसान हुआ है और सरकार राहत प्रदान करेगी। मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में यात्रियों को घर पहुंचाने की मुहिम जारी है।
संवाद सहयोगी, कांगड़ा। हिमाचल पथ परिवहन निगम के उपाध्यक्ष अजय वर्मा ने कहा है कि मणिमहेश यात्रियों को सुरक्षित घर पहुंचाने के लिए निगम निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने चंबा से एचआरटीसी की ओर से चल रही निश्शुल्क बस सेवा के संबंध में बताया कि 29 अगस्त से हर रोज एचआरटीसी भरमौर में फंसे श्रद्धालुओं को निश्शुल्क लाने का कार्य कर रही है।
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शनिवार को कांगड़ा कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने बताया कि अब तक 187 बसों के माध्यम से लगभग 8120 यात्रियों को चंबा से पठानकोट और कांगड़ा पहुंचाया गया है।
अजय वर्मा ने एचआरटीसी के सभी कर्मचारियों और अधिकारियों का विशेष आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आपदा के समय में उनके योगदान ने श्रद्धालुओं को घर पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
यह समय एकजुट होकर प्रदेश की सेवा करने का है और सभी को मिलकर इसमें योगदान देना चाहिए। एचआरटीसी ने चंबा के अलावा थुनाग मंडी में भी आपदा के दौरान निश्शुल्क सेवा प्रदान कर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।
उन्होंने कांगड़ा विधानसभा में वर्षा के कारण हुए नुकसान की जानकारी साझा करते हुए बताया कि लोक निर्माण विभाग में लगभग 8 करोड़, जल-शक्ति विभाग में करीब 14.58 करोड़ और वन विभाग में 18 लाख का नुकसान हुआ है।
इसके अलावा 16 कच्चे मकान और 156 पशुशालाएं भी ध्वस्त हुई हैं। उन्होंने कांगड़ा वासियों को भरोसा दिलाया कि सरकार द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार सभी को राहत प्रदान की जाएगी। मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में प्रत्येक श्रद्धालु को घर पहुंचाने की मुहिम जारी रहेगी।
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