शहद व तुलसी के काढ़े से बढ़ाएं रोग प्रतिरोधक क्षमता
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए नियमित हल्के गर्म पानी का सेवन व काढ़ा पीएं।
धर्मशाला,जेएनएन। कोरोना के समय रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने के लिए जड़ी बूटियों एवं घरेलू इस्तेमाल में प्रयोग होने वाली वस्तुओं की अहम भूमिका है। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए नियमित हल्के गर्म पानी का सेवन व काढ़ा पीएं। वहीं आम तौर पर हर जगह मिलने वाली गिलोये बेल रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में काफी मददगार साबित होती है। यह बुखार, डिपरेशन और जोड़ों के दर्द को ठीक करने में भी मददगार है।
जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ. सुनीता पुरी कहतीं हैं कि काढ़ा बनाने के लिए दो गिलास पानी के लीजिए। इसमें काली मिर्च, लोंग, दालचीनी, अदरक या सौंठ, शहद व तुलसी डालें। सभी चीजें पानी में मिलाने के बाद पानी को तब तक उबालें जब तक ये करीब आधा गिलास न रह गए। काढ़ा पीने के पूर्व इसमें स्वाद अनुसार गुड़ डाल लें।
वहीं गिलोये भी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में बड़ा महत्वपूर्ण होता है। गिलोये अगर ताजी मिल जाती है तो इसके छोटे-छोटे टुकड़े पीस लें और इसके रस को निकालें। इस रस का एक-एक चम्मच सुबह शाम पीयें। अगर सूखी मिलती है तो धूप में सुखाकर इसका पाउडर बनाएं। इसमें काली मिर्च भी डाल सकते हैं। यह पाउडर पित्त से संबंधित रोगों, हाथ पांव जलन होना, पेशाब रूककर आना आदि रोगों के लिए भी मददगार है। इन दिनों आप गिलोये का एक टुकड़ा काटकर सीधे मुंह में भी रख सकते हैं, जब तक उसमें रस रहता है उसे मुंह में रखें उसके बाद फैंक दें। इसके अलावा इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए नियमित योग व प्रणायाम करें।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।