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    हिमाचल में 57.1 किलोमीटर लंबे सात रोपवे से सुगम होगा सफर, यहां बनेगा विश्‍व का दूसरा सबसे लंबा रज्‍जूमार्ग

    By Rajesh Kumar SharmaEdited By:
    Updated: Wed, 21 Sep 2022 08:49 AM (IST)

    Himachal Ropeway Project हिमाचल प्रदेश में अब पर्यटन को रोपवे से पंख लगेंगे। आधुनिक युग में सड़क की दूरी को रोपवे परिवहन प्रणाली कम करेगी। रोपवे ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए परिवहन का नया माध्यम मिलेगा।

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    हिमाचल प्रदेश में अब पर्यटन को रोपवे से पंख लगेंगे।

    शिमला, राज्य ब्यूरो। Himachal Ropeway Project, हिमाचल प्रदेश में अब पर्यटन को रोपवे से पंख लगेंगे। आधुनिक युग में सड़क की दूरी को रोपवे परिवहन प्रणाली कम करेगी। रोपवे ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए परिवहन का नया माध्यम मिलेगा। भले ही राज्य का 66.5 प्रतिशत हिस्सा वन भूमि के अधीन आता है, लेकिन सरकार परिवहन के नए माध्यम रोपवे निर्माण का रास्ता निकालने के लिए योजनाओं का प्रारूप तैयार कर रही है। इसी कड़ी में प्रदेश सरकार ने राज्य में प्रस्तावित 57.1 किलोमीटर लंबे सात रोपवे परियोजनाओं के लिए केंद्र सरकार से करार किया है। पिछले कई वर्ष से अधर में लटकी सात रोपवे परियोजनाओं पर करीब 3223 करोड़ की राशि खर्च होगी। इन परियोजनाओं पर काम प्रारंभ होने की स्थिति में रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे।

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    ये बनेंगे सात रोपवे

    प्रदेश सरकार ने कुछ समय पहले केंद्र सरकार के साथ पालमपुर के थातरी से चुंजर, शिरगुल महादेव,  लूहणू-बंदला, हिमानी-चामुंडा, बिजली महादेव, भरमौर से भरमाणी माता मंदिर तथा किलाड़ से साच दर्रा तक रोपवे निर्माण को लेकर करार किया है। इसके अतिरिक्त तारा देवी से शिमला तक करीब 15 किमी लंबे रोपवे प्रोजेक्ट को भी केंद्र ने स्वीकृति दे दी है।

    1500 करोड़ से बनेगा तारा देवी शिमला रोपवे

    प्रधान सचिव परिवहन आरडी नजीम का कहना है तारा देवी से शिमला रोपवे के लिए सरकार न्यू डेवलपमेंट बैंक (एनडीबी) से ऋण लेगी। केंद्रीय आर्थिक मामलों के मंत्रालय से इसके लिए हरी झंडी मिल गई है। ऋण में 90 प्रतिशत केंद्रीय अनुदान होगा। 10 प्रतिशत राशि राज्य सरकार को वहन करनी होगी। 1500 करोड़ रुपये से अधिक के इस रोपवे से शिमला की सड़कों पर ट्रैफिक जाम की समस्या खत्म होगी। सैलानियों के वाहनों को शहर से बाहर ही रोक दिया जाएगा। शिमला में 70 हजार पंजीकृत वाहन हैं। इसके अतिरिक्त हर वर्ष करीब 45 लाख पर्यटक यहां आते हैं। सैलानियों के वाहन पहुंचने से सड़कों पर ट्रैफिक जाम अधिक होता है। सरकार इस रोपवे पर जल्द काम प्रारंभ करने की कोशिश में है। तारा देवी शिमला रोपवे विश्व का दूसरा सबसे अधिक लंबाई का रोपवे होगा। एक दिन में रोपवे करीब 10 हजार स्थानीय लोग इसमें अलग-अलग चरणों में यात्रा कर सकेंगे।