हिमाचल: सैलानियों को खूब भा रहा भीड़ से दूर यह पर्यटन स्थल, चंडीगढ़ से 132 किमी दूरी, तस्वीरों में देखिए खूबसूरत वादियां
Himachal Pradesh Tourist Place Nohradhar मैदानी राज्यों में पड़ रही चिलचिलाती गर्मी से बचने के लिए पर्यटक इन दिनों हिमाचल का रुख कर रहे हैं। प्रमुख प ...और पढ़ें

नाहन, राजन पुंडीर। Himachal Pradesh Tourist Place Nohradhar, देश में लगातार पड़ रही चिलचिलाती गर्मी से बचने के लिए पर्यटक इन दिनों हिमाचल का रुख कर रहे हैं। हिमाचल के पुराने पर्यटक स्थलों पर भीड़ भाड़ होने के कारण पर्यटक अब एकांतवास व सुकून के लिए छोटे-छोटे रमणीक स्थलों को खोज रहे हैं। जिला सिरमौर में ऐसा ही एक रमणीक स्थल है नोहराधार। नोहराधार क्षेत्र हिमालय पर्वत की शिवालिक रेंज की चूड़धार चोटी के आंचल में बसा अत्यधिक सुंदर स्थल है। नोहराधार क्षेत्र चारों तरफ बड़े-बड़े देवदार, कायल, बुरांस, बेस व चीड़ तथा सैकड़ो जड़ी बूटियों से भरा पड़ा है। यह क्षेत्र इन दिनों देश के विभिन्न से राज्यों से आने वाले पर्यटकों का बेहतर टूरिस्ट डेस्टिनेशन बन चुका है।

नोहराधार क्षेत्र ट्रैकिंग रूट चूड़धार का पहला पड़ाव भी है। इसके साथ-साथ यहां बहने वाले छोटे-छोटे नाले व कल कल करते झरने की आवाजें भी पर्यटकों को अपनी ओर अनायास आकर्षित करती हैं। नोहराधार के समीप चूड़धार पर्वत श्रृंखला से बर्फ पिघलकर पानी के रूप में परिवर्तित होकर यहां छोटी नदियों में बहती हैं। जिसमें पर्यटक इन दिनों नहाकर तरोताजा होते हैं।

इसके साथ ही नोहराधार क्षेत्र में स्थानीय युवाओं ने अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए कई जगह कैंपिंग साइट का निर्माण भी किया है। इन कैंपिंग साइट में जहां से आड़ू, पलम, सेब व खुमानी के पौधे पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन रहे हैं। वही यहां पर एक किसान द्वारा ट्राउट फिश भी तैयार की जा रही है। ट्राउट फिश का उत्पादन हिमाचल में बर्फ वाले पानी में ही किया जाता है। पर्यटक नोहराधार के साथ-साथ चौरास, कांडानाला, रोडी खंड, बलयानधार व बोगधार क्षेत्र में भी प्रकृति के नजारों का आंनद ले सकते हैं।

कैसे पहुंचे नोहराधार
जिला सिरमौर के श्रीरेणुकाजी विधानसभा क्षेत्र की नोहराधार तहसील मुख्यालय पहुंचने के लिए कई जगह से सड़क मार्ग है। इसके अतिरिक्त यहां पर हेलीपैड भी बनाया गया है। चंडीगढ़ से नोहराधार की दूरी 132 किलोमीटर वाया सोलन है, जबकि सिरमौर जिला मुख्यालय नाहन से 125 किलोमीटर तथा देहरादून से इसकी दूरी 215 किलोमीटर है।

कौन-कौन से मौसम में पर्यटक पहुंच सकते हैं नोहराधार
वैसे तो पर्यटक पूरे वर्ष भर नोहराधार क्षेत्र में पंहुचते हैं। लेकिन बर्फ की चाह रखने वाले पर्यटकों के लिए यह स्थान किसी जन्नत से कम नहीं है, क्योंकि यहां पर नवंबर माह से ही बर्फ गिरनी शुरू हो जाती है। यह सिलसिला दिसंबर, जनवरी व फरवरी माह तक चलता रहता है। पर्यटकों के ठहरने के लिए यहां पर विश्राम गृह, छोटे होटल व होम स्टे काफी ज्यादा हैं। यहां पर पर्यटक अपनी सुविधा के अनुसार छोटे बड़े होटलों व होमस्टे के अतिरिक्त कैंपिंग साइट में भी ठहर सकते हैं।

जिला सिरमौर के नोहराधार में बनाया गया ट्राउट फिश फार्म।

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