हिमाचल में चंडीगढ़ से 135 किमी की दूरी पर यह है बेहद खूबसूरत पर्यटन स्थल, युवराज भी रुके थे तीन दिन
Himachal Pradesh Tourist Places हिमाचल प्रदेश में एक से एक रमणीक स्थान हैं। भीड़भाड़ भरी जिंदगी से निजात पाने व दो पल सुकून के बिताने के लिए इन दिनों पर्यटक जिला सिरमौर के चूड़धार पर्वत श्रृंखला के आंचल में बसे हाबन का रुख कर रहे हैं।
नाहन, राजन पुंडीर। Himachal Pradesh Tourist Places, हिमालय पर्वत की गोद में बसे हिमाचल प्रदेश में एक से एक रमणीक स्थान हैं। बड़े-बड़े शहरों की भीड़ भाड़ भरी जिंदगी से निजात पाने व दो पल सुकून के बिताने के लिए इन दिनों पर्यटक जिला सिरमौर के चूड़धार पर्वत श्रृंखला के आंचल में बसे हाबन का रुख कर रहे हैं। हाबन राजगढ़ उपमंडल मुख्यालय से 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह क्षेत्र चारों तरफ से बड़े-बड़े देवदार के पेड़ों से ढका हुआ है। वहीं दिसंबर, जनवरी व फरवरी माह में यहां पर भारी हिमपात भी होता है। यहां की प्राकृतिक सुंदरता एक बार यहां आने वाले पर्यटकों को बार-बार अपनी और अनायास ही आकर्षित करती है।
हाबन क्षेत्र एक और जहां स्वतंत्रता सेनानियों की जन्मभूमि रहा है। वहीं यही क्षेत्र कारगिल युद्ध के वीर योद्धाओं की भूमि भी बन गया है। इसके साथ साथ पहाड़ी लोक संस्कृति के संरक्षण का केंद्र भी यह स्थान है। हिमाचल निर्माता डाक्टर वाईएस परमार ने प्रदेश में सबसे पहले हाबन में पहाड़ी कलाकार संघ की स्थापना की थी। समुद्र तल से 7000 फीट की ऊंचाई पर बसे हाबन में जहां बड़े-बड़े देवदार के वृक्ष पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करते हैं।
वही चूड़धार चोटी से बहने वाले छोटे-छोटे नदी व नाले भी पर्यटकों को लुभाते हैं। हाबन के समीप ही फागु अत्यंत ही रमणीक स्थल है। फागू में स्थानीय युवाओं ने बाहर से आने वाले पर्यटकों के लिए कैंपिंग साइट बनाई है। कैंपिंग साइट में सैकड़ों की संख्या में टूरिस्ट ठहर सकते हैं। एक साइड के समीप प्राकृतिक नाले के पानी को एकत्रित कर एक छोटा सा तालाब भी बनाया गया है।
हाबन क्षेत्र की खूबसूरत वादियों में हजारों साल पुराना प्रसिद्ध काली माता का मंदिर भी है। इस मंदिर के चारों और प्राकृतिक सुंदरता यहां पर आने वाले पर्यटकों का मन मोह लेती है। हाबन के समीप बनालीधार, फागू चंदोल, अडवान का किला, शाया शिरगुल मंदिर कई छोटे-छोटे स्टेशन हैं। जहां पर प्राकृतिक सुंदरता को निहारा जा सकता है। देश में जब प्रचंड गर्मी होती है, तो लोग जिंदगी की भीड़ भाड़ तथा सुकून पाने के लिए प्राकृतिक सुंदरता का दोहन करने के लिए हाबन क्षेत्र पहुंचते हैं। हाबन से चूड़धार चोटी की दूरी करीब 8 से 9 किलोमीटर है। पर्यटकों के लिए हाबन में ठहरने के लिए वन विभाग का विश्राम गृह, छोटे होटल व होमस्टे उपलब्ध है।
कैसे पहुंचे हाबन
राजगढ़ उपमंडल के हाबन क्षेत्र को चंडीगढ़ सोलन राजगढ़ होते हुए सड़क मार्ग से पहुंचा जा सकता है। चंडीगढ़ से हाबन की दूरी 135 किलोमीटर है, जबकि सिरमौर जिला मुख्यालय नाहन से इसकी दूरी 125 किलोमीटर तथा प्रदेश की राजधानी शिमला से हाबन की दूरी 75 किलोमीटर है। प्रदेश के प्रसिद्ध पर्यटक स्थल से चायल से गोडा सनोरा नेरीपुल होते हुए भी हाबन पहुंचा जा सकता है।
भारतीय टीम के स्टार क्रिकेटर युवराज सिंह भी निहार चुके हैं हाबन की वादियां
कुछ वर्ष पहले अपने दोस्तों के साथ भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार बल्लेबाज युवराज सिंह अपने दोस्तों के साथ 3 दिनों तक हाबन क्षेत्र की खूबसूरत वादियों में रहे। यहां पर इन्होंने प्राकृतिक सुंदरता का सुकून से आनंद लिया। हाल ही में बीसीसीआई के चयनकर्ता चेतन शर्मा भी अपने दोस्तों के साथ हाबन क्षेत्र में पहुंचे थे।
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