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    हर घर को नल देने में हिमाचल अव्वल, 74 साल का टूटा रिकार्ड, साढ़े चार साल में सवा 8 लाख कनेक्शन दिए

    By Rajesh Kumar SharmaEdited By:
    Updated: Tue, 31 May 2022 07:31 AM (IST)

    Himachal Pradesh News जल जीवन मिशन के तहत अगले महीने तक 18 लाख घरों को जल के नल का कनेक्शन मिलेगा। हिमाचल अगले महीने इस लक्ष्य को दो साल पहले हासिल कर लेगा। मिशन के तहत नए कनेक्शन दिए जा रहे हैं।

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    जल जीवन मिशन के तहत अगले महीने तक 18 लाख घरों को जल के नल का कनेक्शन मिलेगा।

    शिमला, रमेश सिंगटा। Himachal Pradesh News, जल जीवन मिशन के तहत अगले महीने तक 18 लाख घरों को जल के नल का कनेक्शन मिलेगा। हिमाचल अगले महीने इस लक्ष्य को दो साल पहले हासिल कर लेगा। मिशन के तहत नए कनेक्शन दिए जा रहे हैं। कनेक्शन देने में राज्य देशभर के अव्वल राज्यों में शामिल है। इस मामले में 74 साल का रिकार्ड टूटा है। 1948 में राज्य अस्तित्व में आया। इसके बाद जितनी भी सरकारें रहीं, सबसे ज्यादा पानी के कनेक्शन जयराम सरकार ने दिए हैं। साढ़े चार साल में 8 लाख 25 हजार से अधिक कनेक्शन आवंटित हो गए हैं। कनेक्शन देने में तो परफारमेंस बेहतर रही है, लेकिन बावजूद इसके हिमाचल जल के लिए विकल बना हुआ है। जिस पानी की मात्रा तो बढ़ी नहीं, उपभोक्ता बढ़ गए।

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    मौजूदा गर्मी के सीजन में ही साढ़े सात सौ पेयजल हांफ गई। हालांकि अब मौसम की मेहरबानी से स्रोत में पानी की मात्रा में सुधार हुआ है। सुकून वाली बात यह रही कि सर्दी के मौसम में भारी हिमपात व बारिश से विभिन्न स्रोतों में पानी की मात्रा बढ़ गई थी। इसी कारण सूखे के बावजूद स्रोतों में पानी उतना नहीं सूखा।

    3500 करोड़ की सहायता, 1028 प्रोत्साहन राशि

    3 साल में जल जीवन मिशन के तहत केंद्र से करीब साढ़े तीन हजार करोड़ की आर्थिक सहायता मिली। जबकि बेहतर कार्य करने के लिए अलग से 1028 करोड़ प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई। यह अलग- अलग किस्तों के रूप में आई है।

    टशीगंग गांव भी नल से जुड़ा

    भारत-चीन सीमा के पास देश का सबसे ऊंचे मतदान केंद्र स्पीति घाटी का टशीगंग गांव भी नल से जुड़ा है। केंद्र सरकार ने जलजीवन मिशन की शुरुआत की थी। इसके तहत सभी घरों में नलों के माध्यम से जलापूर्ति की व्यवस्था की गई थी। इसके अलावा जल गुणवत्ता और संरक्षण विषय के तहत जलशक्ति विभाग ने प्रदेश के स्वर्ण जयंती समारोह के हिस्से के रूप में कार्यक्रमों का आयोजन किया था।

    विधानसभा में उठा था मामला

    जल जीवन मिशन का मामला बजट सत्र के दौरान विधानसभा में प्रमुखता से उठा था। जवाब में जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ने मिशन के प्रदर्शन के लिए प्रदेश सरकार की पीठ थपथपाई थी। उनका दावा था कि हिमाचल देशभर में अव्वल रहा है।

    जल टेस्टिंग लैब

    14 जिलास्तरीय व 42 उपखंडस्तरीय जल टेस्टिंग प्रयोगशालाएं लगाई हैं। जलशक्ति विभाग ने सुरक्षित जल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए। 37 प्रयोगशालाओं को टेस्टिंग और केलीब्रेशन प्रयोगशालाओं (एनएबीएल) के लिए राष्ट्रीय प्रत्यायन बोर्ड द्वारा प्रमाणित किया गया है। राज्यस्तरीय प्रयोगशाला स्थापित की जा रही है जहां सुरक्षित पेयजल सुनिश्चित करने के लिए पानी के सैंपल टेस्ट किए जाएंगे। वर्ष में 3,71,080 पानी के सैंपल की जांच की गई। 2021 में जून व अक्टूबर में प्रदेश में पानी की सैंपलिंग बढ़ाने के लिए अभियान चलाया गया था। इस अवधि के दौरान प्रयोगशालाओं में पानी के 64,701 सैंपल की जांच की गई। पानी के 54,394 सैंपल की जांच क्षेत्र में टेस्टिंग के माध्यम से की गई।

    8 लाख कनेक्शन देने का लक्ष्य

    जल शक्ति विभाग के अधिशाषी अभियंता राजेश कश्‍यप जल जीवन मिशन के तहत 18 लाख कनेक्शन देने का लक्ष्य अगले महीने पूरा हो सकता है। 1948 के बाद पहली बार इतनी बड़ी संख्या में जल के कनेक्शन आवंटित किए गए हैं। इसमें सरकार के निर्देशों पर विभाग ने बेहतर कार्य किया है।

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