शिमला में पति का दोस्त निकला हैवान, शादी की एलबम देखने के बहाने घर में घुसा और कर दिया दुष्कर्म
Himachal Pradesh News जिला शिमला के रोहड़ू उपमण्डल में महिला के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है। पीड़िता के साथ उसके के पति के दोस्त ने दुष्कर्म किया है। पति का दोस्त किसी काम के बहाने घर में घुस गया और पीड़िता के साथ दुष्कर्म किया।

शिमला, जागरण संवाददाता। Himachal Pradesh News, जिला शिमला के रोहड़ू उपमण्डल में महिला के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है। पीड़िता के साथ उसके के पति के दोस्त ने दुष्कर्म किया है। पीड़िता जब घर पर अकेली थी, तब उसके पति का दोस्त किसी काम के बहाने घर में घुस गया और पीड़िता के साथ दुष्कर्म किया। पुलिस ने पीड़ित महिला की शिकायत के आधार पर आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। घटना शिमला जिला के रोहड़ू उपमंडल के तहत चिड़गांव थाना क्षेत्र की है। पीड़िता ने क्षेत्र में ही रहने वाले अपने पति के दोस्त राकेश के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाया है।
पीड़ित महिला के मुताबिक घटना वाले दिन 3 जून को जब वह घर में अकेली थी। इस दौरान आरोपित शादी की एलबम देखने के बहाने उसके घर में घुसा। उसने कमरे को बंद कर उसके साथ दुष्कर्म किया। महिला ने यह बात अपने पति को बताई और फिर आरोपित के खिलाफ थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई। आरोपित 29 साल का अविवाहित युवक है, जिसे गिरफ्तार कर लिया गया है। उसे कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा। आरोपित के विरुद्ध आइपीसी की धारा 376 व 342 के तहत केस दर्ज किया गया है।
महिला कर्मी ने लगाया जातिसूचक शब्द कहने का आरोप
पद्धर। द्रंग की लपास पंचायत के पटवार वृत्त कढय़ाण में कार्यरत अंशकालीन महिला कर्मचारी ने गलू गांव की छह महिलाओं के विरुद्ध जातिसूचक शब्द प्रयोग करने का मामला पद्धर थाना में दर्ज करवाया है। बकौल रीता देवी, वह शुक्रवार को पटवारी के साथ गलू गांव में आबादी देह की निशानदेही के लिए गई थी। वहां सामान्य जाति की महिलाओं ने उसे जातिसूचक शब्दों से पुकारा। महिलाओं ने सरकारी कार्य में बाधा डाली। महिलाओं ने उसकी घेराबंदी की। गांव के शुद्धिकरण करने को कहा। रीता देवी ने बताया कि जिस रास्ते से वह गुजर रहे थे वह रास्ता मनरेगा के तहत बनाया गया है। पीडि़ता ने शिकायत की प्रतियां आयुक्त अनुसूचित जाति आयोग, मानवाधिकार आयोग, मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक और एसपी मंडी को भी प्रेषित की है। महिला मंडल गलू की प्रधान कुसुमा ने बताया कि जिस जगह निशानदेही के लिए राजस्व विभाग की टीम आ रही थी वहां आराध्य देव गलू गहरी का मंदिर है। महिलाओं ने केवल मात्र उस रास्ते से गुजरने से मना किया था। अन्य लगाए गए तमाम आरोप निराधार हैं। थाना प्रभारी पद्धर अशोक कुमार ने बताया कि जातिसूचक शब्दों के प्रयोग का मामला दर्ज हुआ है।
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