Back Image

Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    International Film Festival: गढ़वाली फिल्म 'सनपत' से अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव शिमला शुरू, कैदियों के लिए भी हुआ प्रदर्शन

    By Rajesh Kumar SharmaEdited By:
    Updated: Sat, 27 Aug 2022 09:06 AM (IST)

    International Film Festival Shimla राजधानी शिमला के ऐतिहासिक गेयटी थियेटर में शुक्रवार से अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव शिमला के आठवें संस्करण का आगाज हुआ। इसका उद्घाटन अतिरिक्त मुख्य सचिव व पूर्व महानिदेशक फिल्म प्रभाग भारत सरकार वीएस कुंडू ने किया।

    Hero Image
    शिमला के ऐतिहासिक गेयटी थियेटर में शुक्रवार से अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव शिमला के आठवें संस्करण का आगाज हुआ।

    शिमला, जागरण संवाददाता। International Film Festival Shimla, राजधानी शिमला के ऐतिहासिक गेयटी थियेटर में शुक्रवार से अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव शिमला के आठवें संस्करण का आगाज हुआ। इसका उद्घाटन अतिरिक्त मुख्य सचिव व पूर्व महानिदेशक फिल्म प्रभाग भारत सरकार वीएस कुंडू ने किया। उन्होंने कहा कि सिनेमा विभिन्न भाषाओं, समाज और राष्ट्रों के बीच की खाई को पाटता है। अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह दर्शकों को सर्वश्रेष्ठ सिनेमा देखने के लिए एक मंच प्रदान करता है। महोत्सव के पहले दिन 31 फिल्मों का प्रदर्शन किया। गेयटी की तीन स्क्रीन पर फिल्में दिखाई गईं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    राहुल रावत निर्देशित राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता गढ़वाली फिल्म 'सनपत' से महोत्सव का आगाज हुआ। यह फिल्म उत्तराखंड के भूतिया गांवों पर आधारित है, जो बेहतर अवसरों और नौकरियों के लिए लोगों के शहरी क्षेत्रों की ओर पलायन के परिणामस्वरूप वीरान हो गए हैं।

    कैदियों के लिए माडल सेंट्रल जेल कंडा में भी फिल्मों का प्रदर्शन किया गया। इस दौरान 30 महिला कैदियों सहित करीब डेढ़ सौ कैदी उपस्थित रहे। जेल अधीक्षक जय गोपाल लोदता ने कहा कि यह एक अच्छा प्रयास है। समारोह में शबाना आजमी, दिव्या दत्ता और स्वरा भास्कर अभिनीत ट्रांसजेंडर मुद्दों पर आधारित 'शीर कोरमा' फिल्म भी दिखाई गई।

    अंतरराष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार विजेता फिल्म निर्देशक शंकर कुमार और फराह खातून ने भी समारोह में भाग लिया। महोत्सव में कुल 86 फिल्मों का प्रदर्शन किया जाएगा। तीन दिवसीय फिल्म महोत्सव में अंतरराष्ट्रीय श्रेणी की 27, भारतीय 34, चार हिमाचली और 15 राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्में दिखाई जाएंगी। नेशनल फिल्म आर्काइव्स आफ इंडिया पुणे की ओर से एक फिल्म प्रदर्शनी का भी आयोजन भी किया गया।