आयुर्वेदिक उत्पाद तैयार कर स्वावलंबी बनी हिमाचल की निहारिका शर्मा, आठ लोगों को भी दिया रोजगार, खुद कमा रहीं सालाना सात लाख
Himachal Pradesh Niharika Sharma हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी के करसोग में रह रही निहारिका ने मुख्यमंत्री स्वाबलंबन योजना की मदद से अपना कारोबार शुरू किया है। निहारिका आयुर्वेदिक उत्पाद तैयार कर सालाना सात लाख रुपये ज्यादा कमाई कर रही हैं। उन्होंने आठ युवाओं को भी रोजगार दिया है।

करसोग, कुलभूषण वर्मा। Himachal Pradesh Niharika Sharma, हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी के करसोग में रह रही निहारिका ने मुख्यमंत्री स्वाबलंबन योजना की मदद से अपना कारोबार शुरू किया। निहारिका आयुर्वेदिक उत्पाद तैयार कर सालाना सात लाख रुपये से ज्यादा की कमाई कर रही हैं। उन्होंने आठ युवाओं को भी रोजगार दिया है। मुख्यमंत्री स्वाबलंबन योजना के तहत ऋण लेकर उन्होंने यह कारोबार शुरू किया। सरकार की मुख्यमंत्री स्वाबलंबन योजना प्रदेश के युवाओं को स्वाबलंबी बना रही है। निहारिका ने मुख्यमंत्री स्वाबलंबन योजना के तहत हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक शाखा चुराग से अक्टूबर 2019 में 21 लाख के ऋण के लिए आवेदन किया था, जिसमें उन्हें साढ़े 19 लाख रुपये के ऋण की स्वीकृति मिली। इस पर सरकार की तरफ से 30 प्रतिशत सबसिडी मिली इसके अलावा तीन वर्ष तक ब्याज में पांच प्रतिशत तक अतिरिक्त छूट भी प्रदान की गई।
कोविड के कारण अपना कार्य जल्दी शुरू नहीं कर पाई थीं। निहारिका ने अप्रैल 2021 में विशन राज फार्मासूटिकल के नाम से आयुर्वेदिक दवाएं बनाने का कार्य शुरू किया। इसमें 11 तरह के आयुर्वेदिक उत्पाद तैयार किए जाते हैं, जिसमें एंटी कैंसर, महा त्रिफला रसायन,अर्थ राइट्स, एंटी डायबटिक, केश त्रिपाल हेयर, अमृत धारा, अर्श रिलीफ, सौभाग्य सुंठि पाक, लो भस्म, वंग भस्म और अभरक भस्म आदि उत्पाद बना रही हैं।
सात लाख कमा रहीं, आठ लोगों को दिया रोजगार
निहारिका शर्मा इन उत्पादों का उत्पादन कर सालाना 6 से 7 लाख की कमाई कर रही हैं। इस उद्योग के लगने से 8 स्थानीय युवाओं को इस आयुर्वेदिक फार्मास्यूटिकल में रोजगार प्राप्त हुआ है और अच्छी मासिक तनख्वाह से अपने परिवार का सहारा बने हैं।
साइंस कैंसर में करेंगी शोध, स्वाबलंबी बनने का दिया संदेश
निहारिका शर्मा ने मेडिकल साइंस कैंसर विज्ञान में एमएससी किया है और भविष्य में इसी विषय पर सर्च करना चाहती है। निहारिका शर्मा ने मुख्यमंत्री स्वाबलंबन योजना की सराहना करते हुए कहा यह योजना बेरोजगार युवाओं के लिए बहुत अच्छी स्वाबलंबी योजना है। इसका फायदा प्रदेश का हर युवा बेरोजगार लेकर अपना खुद का कारोबार स्थापित कर स्वाबलंबी बन सकता है। निहारिका ने उत्पादों को बाजार तक पहुंचाने के लिए आनलाइन माध्यम को चुना है। उत्पादन को बढ़ाने के लिए बहुत जल्द बड़े स्तर पर सीधे सेल के लिए चंडीगढ़ में कलेक्शन केंद्र स्थपित करेंगी, ताकि उत्पादन का पूरा लाभ मिल सके।
वैद्य नाना से हुईं प्रेरित
निहारिका शर्मा बताती हैं कि वह अपने जीवन में अपने नाना वैद्यराज कुमार गौतम से प्रेरित हैं और उन्हीं के पदचिह्नों पर चलकर आगे बढ़ना चाहती हैं। वैद्यराज कुमार गौतम पुश्तेनी आयुर्वेदिक दवाएं बनाकर लोगों का इलाज करते हैं निहारिका शर्मा मूलत नाहन की निवासी हैं। लेकिन अपने नाना से प्रेरित होकर और लगाव के चलते निहारिका ने अपना फार्मास्यूटिकल उत्पादन केंद्र चुराग में खोलने का फैसला लिया।
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