By dinesh katochEdited By: Mohammad Sameer
Updated: Thu, 07 Sep 2023 05:00 AM (IST)
Himachal News बकौल सुक्खू आपदा से प्रदेश में कई परिवार बेघर हुए हैं। हिमाचल में बड़ी मुश्किल से मकान बनते हैं लेकिन सरकार अपने स्तर पर इन्हें दोबारा बनाने का प्रयास करेगी। केंद्र सरकार से मिले धन का प्रयोग राहत कार्यों में किया जा रहा है। केंद्र ने जो राशि दी है वह सभी सरकारों के बजट का एलोकेशन रूप है।
जागरण टीम, पालमपुर/जयसिंहपुर: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि लोगों के घर बसाने के लिए अगर जरूरत पड़ी तो नियम बदले जाएंगे। आपदा से प्रभावित किसी भी व्यक्ति को अकेला नहीं छोड़ा जाएगा। केंद्र सरकार हिमाचल को केदारनाथ और भुज त्रासदी की तर्ज पर राहत दे।
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हर आपदा प्रभावित का मकान बनाया जाएगा
यदि केंद्र सरकार राहत देती है तो बेहतर होगा अन्यथा सरकार व जनता के धन से हर आपदा प्रभावित का मकान बनाया जाएगा। सुक्खू ने बुधवार को जयसिंहपुर व सुलह हलकों में आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने सुलह के परमार नगर व बच्छवाई के प्रभावितों को छह-छह मरले भूमि देने की घोषणा की।
बकौल सुक्खू, आपदा से प्रदेश में कई परिवार बेघर हुए हैं। हिमाचल में बड़ी मुश्किल से मकान बनते हैं लेकिन सरकार अपने स्तर पर इन्हें दोबारा बनाने का प्रयास करेगी। केंद्र सरकार से मिले धन का प्रयोग राहत कार्यों में किया जा रहा है। केंद्र ने जो राशि दी है वह सभी सरकारों के बजट का एलोकेशन रूप है।
यह राशि सभी राज्यों को हर साल जुलाई और दिसंबर में 180 करोड़ रुपये के हिसाब से दी जाती है। सुक्खू ने कहा, केंद्र सरकार ने हिमाचल को दिसंबर में जारी की गई अग्रिम राशि दी है। बच्छवाई में जमीन धंसने से नौ व परमार नगर में 19 परिवार प्रभावित हुए हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री ने प्रभावित परिवारों और राहत शिविर में रहे लोगों का हालचाल भी पूछा।
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