हमीरपुर-मारंडा सड़क का होगा चौड़ीकरण, टू लेन बनाने की योजना; केंद्र से स्वीकृति मिलते ही शुरू हो जाएगा काम
हमीरपुर से मारंडा ( Hamirpur-Maranda Road) तक बनने वाली टू लेन सड़क से यातायात जाम की समस्या से निजात मिलेगी। इस सड़क को चौड़ा करने की योजना लोक निर्माण विभाग सिरे चढ़ाने वाला है। 60 किलोमीटर लंबे इस रुट को टू लेन बनाने की योजना है। सेन्ट्रल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेन्ट फंड के तहत इस सड़क के लिए पैसा खर्च किया जाएगा।
शिवालिक नरयाल, भवारना (कांगड़ा)। यदि आप पालमपुर से हमीरपुर या उससे आगे की ओर जाने की यानि अक्सर इस रूट से आप चंडीगढ़ या अन्य जगह जाते रहते हैं, तो आने वाले दिनों में आपका सफर सुहाना होने वाला है।
आने वाले समय में इस रूट पर यातायात जाम का झंझट होगा, क्योंकि इस रुट को जल्द ही चौड़ा करने की योजना लोक निर्माण विभाग सिरे चढ़ाने वाला है, जिससे आपके टाइम की भी बचत होगी।
60 किलोमीटर लंबे इस रुट को टू लेन बनाने की योजना
हमीरपुर से सुजानपुर होते हुए थुरल, भवारना ओर मारंडा तक यह सड़क मार्ग चौड़ा होगा। 60 किलोमीटर लंबे इस रुट को टू लेन बनाने की योजना है। सेन्ट्रल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेन्ट फंड के तहत इस सड़क के लिए पैसा खर्च किया जाएगा।
सड़क को चौड़ा करने की एक डीपीआर लोक निर्माण विभाग ने केंद्र को बनाकर भेजी है, जिसमें इस सड़क के तंग मोड़ों को जहां खोला जाएगा, वहीं छोटे पुलों को भी बड़ा आकार दिया जाएगा यानि बड़े पुल भी बनना इसमें शामिल हैं।
लोक निर्माण विभाग ने भेजी 183 करोड़ रुपये की डिटेल प्रोजेक्ट
इसके लिए लोक निर्माण विभाग ने 183 करोड़ रुपये की एक डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट संबंधित केंद्रीय भूतल विभाग को भेजी है, स्वीकृति मिलते ही इसके लिए टेंडर अवॉर्ड कर इस पर काम करना शुरू कर दिया जाएगा। जानकारी के मुताबिक इस टू लेन सड़क की चौड़ाई पांच मीटर रखी गई है जबकि ओवरऑल इस सड़क की चौड़ाई आठ मीटर होगी। इस रूट पर जहां मोड़ तंग हैं, वहां यह चौड़ाई बढ़ भी सकती है।
दरअसल प्रदेश सरकार की ओर से ही इस सड़क का प्रस्ताव आया है जिसके तहत इस सड़क क़ो मुख्यमंत्री प्राथमिकता के तहत डीपीआर बनाकर केंद्र मंत्रालय क़ो भेजा गया है। वहां से मंजूरी मिलते ही इस टू लेन सड़क पर काम शुरू हो जाएगा।
अवैध कब्धाजारकों में हड़कंप
हमीरपुर से मारंडा तक बनने वाले इस टू लेन सड़क मार्ग में जाहिर सी बात है कि विभाग एक्शन मोड में आएगा और सड़क किनारे बने जितने भी अवैध निर्माण हुए हैं, उन्हें पैमाइश के बाद उखाड़ फेंकेंगा। इस बात के डर से अवैध कब्धाजारियों में हड़कंप मच गया है।
मारंडा से लेकर ठाकुरद्वारा, भवारना समेत ऐसे अनेकों क्षेत्र हैं, जहां लोगों के सड़क पर अतिक्रमण कर दुकानें व मकान बना लिए हैं। टू लेन सड़क निर्माण के लिए आठ मीटर का दायरा रखा गया है, जिसमें कई कब्जाधारी आएंगे।
चंडीगढ़ पहुंचने में होगी समय की और बचत
किरतपुर-मनाली फोरलेन बनने के बाद अधिकतर लोग वाया भवारना थुरल सुजानपुर होते हुए घुमारवीं से आगे फोरलेन से होते हुए चंडीगढ़ जा रहे हैं। इससे पहले यहां से लोग वाया जिहण-बड़ा व नादौन होते हुए अंब ऊना से चंडीगढ़ जाते थे, लेकिन यह सड़क मार्ग लंबा पड़ता था।
लोगों को पालमपुर से हमीरपुर तक सड़क तंग व संकरे मोड़ होने के चलते अधिक समय लगता था लेकिन अब मारंडा से हमीरपुर तक सड़क चौड़ी होने पर यह रास्ता भी सुगम हो जाएगा, जिससे समय की भी बचत होगी।
जमीन की कीमतें बढ़ेगी, व्यापार में भी होगा इजाफा
यदि यह सड़क मार्ग डबल लेन होता है, तो एक ओर जहां इस सड़क पर गाड़ियों की आवाजाही बढ़ेगी, जिससे व्यापार में भी बढ़ोतरी होगी, तो वहीं दूसरी ओर इस डबल लेन के साथ लगती जमीनों के रेट भी बढ़ेगे।
हमीरपुर-सुजानपुर-मारंडा सड़क को डबल लेन बनाने की योजना है जिसमें छोटे पुलों की एक्सटेंशन की साथ संकरे मोड़ों को भी खोला जाएगा, ताकि रास्ता सुगम बन सके, साथ ही यह रोड़ मुख्यमंत्री प्राथमिकता की तहत केंद्र को भेजा गया है, जिसमें सेंट्रल रोड़ फंड की तहत पैसा खर्च किया जायगा।
विकास सूद, मुख्य अभियंता, लोक निर्माण विभाग, धर्मशाला।
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