सामान्य वर्ग आयोग : जोरावर स्टेडियम में चले पत्थर, टूटे गाडिय़ों के शीशे
हिमाचल में सवर्ण आयोग के गठन की मांग पर शुरू हुई सवर्णों की पदयात्रा के तहत रैली के दौरान जोरावर स्टेडियम में पुलिस बल भी बेबस दिखा। हजारों की संख्या ...और पढ़ें

धर्मशाला, संवाद सहयोगी। Samanya Varg Aayog, हिमाचल में सवर्ण आयोग के गठन की मांग पर शुरू हुई सवर्णों की पदयात्रा के तहत शुक्रवार को रैली के दौरान जोरावर स्टेडियम में पुलिस बल भी बेबस दिखा। हजारों की संख्या में इकट्ठा हुए सवर्ण समाज के लोगों ने जोरावर स्टेडियम की चारदीवारी पर लगाए अवरोधक व बेरिकेड्स तोड़ दिए और पथराव कर दिया। इस दौरान अग्निशमन विभाग के साथ पुलिस बस के शीशे टूट गए। अग्निशमन कर्मियों ने बड़ी मुश्किल से खुद का बचाया। आक्रोशित भीड़ पुलिस के सुरक्षा चक्र को तोड़कर तपोवन स्थित विधानसभा की ओर निकल गई।
जोरावर स्टेडियम में देवभूमि क्षत्रिय महासभा हिमाचल प्रदेश के बैनर तले सवर्ण समुदाय के लोग सुबह 10 बजे एकत्र होना शुरू हो गए। 11 बजे का आलम यह रहा कि रैली को रोकने के लिए स्टेडियम में पुलिस ने अग्निशमन विभाग के सहयोग से गाडिय़ों का नाका लगा दिया। वहीं सिद्धबाड़ी चौक पर भी नाका लगा दिया था, ताकि कोई गाड़ी आगे प्रवेश न कर पाए। लेकिन जोरावर स्टेडियम में बढ़ती भीड़ दो बाद दो बजे आक्रोशित हो गई। भीड़ ने रास्ता न मिलने पर स्टेडियम के किनारे चारदीवारी के लिए लगाए अवरोधक व स्तंभ तोडऩा शुरू कर दिए। भीड़ को रोकने के लिए अग्निशमन की गाड़ी से पानी फेंका गया, लेकिन लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। इससे अग्निशमन सहित पुलिस वाहनों के शीशे टूट गए।
इसके बाद अधिकतर लोग तपोवन की ओर निकल गए। गंगाजल लेकर आए वाहन को पीछे ही रोक दिया था। कुछ लोग करीब साढ़े तीन बजे गंगाजल लेकर तपोवन की ओर पैदल रवाना हुए। इस बीच कुछ लोगों को चोटें भी आई। तपोवन विधानसभा पहुंचकर मुख्य गेट के बाहर हवन यज्ञ किया गया। इससे पहले कलश में लाए गंगाजल का छिड़काव भी किया गया।
सामान्य वर्ग को वोट बैंक के लिए प्रयोग किया : रूमित
देवभूमि क्षत्रिय संगठन के प्रदेशाध्यक्ष रूमित ठाकुर ने कहा कि सवर्ण विरोधी नेताओं सामन्य वर्ग को 50 वर्ष से केवल वोट बैंक के लिए ही प्रयोग किया है। अब सवर्ण आयोग की मांग पूरी करवाकर ही माना जाएगा। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पहले भी सवर्ण आयोग के गठन के लिए चार बार आश्वासन दिया, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया। विधानसभा के घेराव के लिए आ रहे सामान्य वर्ग के लोगों के वाहनों को न रोकने की बात सरकार के नुमाइंदे कर रहे थे, लेकिन वीरवार रात को आ रहे लोगों के वाहनों को कई जगहों पर रोक कर परेशान किया गया। कई वाहनों के चालान भी काटे गए। विधायकों को सद्बुद्धि प्रदान करने के लिए ही वह गंगाजल लेकर आए थे। उन्होंने बताया कि शाम को सरकार से लिखित आदेश मिलने के बाद धरना खत्म किया गया।
प्रदर्शनकारियों ने मंत्रियों से बात करने से मना किया
विधानसभा गेट के बाहर धरने पर बैठे प्रदर्शनकारियों से बातचीत करने के लिए शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज और वन मंत्री राकेश पठानिया मुख्य गेट पर आए। मंत्रियों को आते देख धरने पर बैठे लोगों ने गो बैक-गो बैक के नारे लगाना शुरू कर दिए। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वह मंत्रियों से नहीं बल्कि मुख्यमंत्री से ही बात करेंगे। उन्होंने मंत्रियों के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी, जिस पर दोनों मंत्री बिना बात किए लौट गए।
सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने पर छह के खिलाफ केस
सवर्ण आयोग के गठन की मांग पर प्रदेश भर में रैली करने आए आंदोलनकारियों ने शुक्रवार को जारोवर स्टेडियम में सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। पुलिस ने इस पर छह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। भीड़ ने एक पुलिस इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारी से भी धुक्कामुक्की की। इससे अधिकारी के नाक व टांग पर हल्की चोटें आई हैं। इसके अलावा प्रदर्शनकारियों ने फायर ब्रिगेड और पुलिस की गाड़ी तोड़ दी। जोरावर स्टेडियम में लगाई बाउंड्री वाल को भी नुकसान पहुंचाया गया। रैली की आड़ में आंदोलन करने और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने पर छह लोगों के खिलाफ सदर थाना धर्मशाला में एफआइआर दर्ज की गई है। पुलिस अधीक्षक डा. खुशहाल शर्मा ने बताया कि आंदोलन की अगुवाई कर रहे रोनित, हितेंद्र, मदन समेत छह लोगों के खिलाफ सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का मामला दर्ज किया गया है।

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