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    हिमाचल पहुंचे विदेशी परिंदे, पौंग डैम में बढ़ाई सतर्कता

    हजारों किलोमीटर की लंबी उड़ान भरने के बाद विदेशी परिंदे हिमाचल पहुंच गए हैं। कंागड़ा स्थित पौंग झील इनका सर्दी के मौसम का सबसे बड़ा पड़ाव है। अब वन विभाग ने इनकी गतिविधियों पर पैनी नजर रखनी आरंभ कर दी है। पशुपालन विभाग भी अलर्ट हो गया है।

    By Manoj KumarEdited By: Updated: Tue, 16 Nov 2021 09:30 PM (IST)
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    हिमाचल पहुंचे विदेशी परिंदे, पौंग डैम में बढ़ाई सर्तकता

    शिमला, राज्य ब्यूरो। हजारों किलोमीटर की लंबी उड़ान भरने के बाद विदेशी परिंदे हिमाचल पहुंच गए हैं। कंागड़ा स्थित पौंग झील इनका सर्दी के मौसम का सबसे बड़ा पड़ाव है। अब वन विभाग ने इनकी गतिविधियों पर पैनी नजर रखनी आरंभ कर दी है। बर्ड फ्लू फैलने की आशंका के बीच पशुपालन विभाग भी पूरी तरह से अलर्ट हो गया है। एक वर्ष पहले बर्ड फ्लू से करीब पांच हजार से अधिक परिंदों की मौत हो गई थी। इस कारण इस पर पहले से ही एहतियात तौर पर पुख्ता कदम उठाए जा रहे हैं। सुकून की बात यह कि अभी तक एक भी पक्षी की मौत नहीं हुई है। इस बार भी इनकी गणना होगी, तभी पता चल सकेगा कि पिछले साल की तुलना इनकी आमद कितनी रही। प्रदेश में यह महामारी पहली बार फैली थी। इसे देखते हुए भारतीय वन्य प्राणी संस्थान देहरादून के विशेषज्ञों की टीम ने पौंग बांध क्षेत्र का दौरा किया। उन्होंने भी रोग की रोकथाम के लिए उठाए गए कदमों की सराहना की थी।

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    कब आया था पहला मामला

    पौंग बांध क्षेत्र में पिछले साल 29 दिसंबर को पांच विदेशी पङ्क्षरदों की मौत का पहला मामला सामने आया था। अगले ही दिन 419 पक्षी मृत पाए गए। इसके बाद रोजाना मौतें हुईं। कांगड़ा में अन्य वन्य पक्षियों की मौत का पहला मामला सात जनवरी को आया था। तब कुल 64 पक्षी मृत पाए गए थे। उसी दिन बिलासपुर में भी 16 पक्षियों की मौत हुई थी।

    कहां से आते हैं परिंदे

    सेंट्रल एशिया फ्लाई से विदेशी पjरिंदे हिमाचल की उड़ान भरते हैं। साइबेरिया से लेकर रूस, चीन व कोरिया आदि देशों से कांगड़ा जिले के पौंग झील में परिंदे आते हैं। हर साल नवंबर में करीब डेढ़ लाख पक्षी यहां आते हैं। 2019 में 133 प्रजातियों के 1.37 लाख विदेशी मेहमान आए थे। मार्च में ये वापस अपने देशों को लंबी उड़ान भरते हैं। पहली बार ये संक्रमण के शिकार हुए।

    वन विभाग एहतियाती कदम उठा रहा है। डिजीज सर्विलेंस प्रोग्राम के तहत निगरानी की जा रही है। हजारों किलोमीटर दूर से उड़कर हिमाचल के पौंग बांध क्षेत्र में आते हैं। इनकी गिनती भी होगी। अच्छी बात यह कि अभी एक भी पक्षी की मौत नहीं हुई है।

    -अजय श्रीवास्तव, पीसीसीएफ।

    बर्ड फ्लू न फैले, इसके लिए पशुपालन विभाग भी पूरी तरह अलर्ट पर है। हालात पर पैनी नजर रखी जा रही है। अभी कोई भी संक्रमण का मामला रिपोर्ट नहीं हुआ है।

    -वीरेंद्र कंवर, पशुपालन मंत्री।