Una Dussehra 2022: ऊना के बाल स्कूल मैदान में रावण, कुंभकर्ण व मेघनाद के साथ जलाया कोरोना का पुतला
Una Dussehra 2022 श्रीराम लीला कमेटी ऊना की ओर से बाल स्कूल मैदान ऊना में आयोजित दशहरा उत्सव को धूमधाम व उत्साहपूर्वक मनाया गया। हजारों की भीड़ के बीच ...और पढ़ें

ऊना, जागरण संवाददाता। Una Dussehra 2022, श्रीराम लीला कमेटी ऊना की ओर से बाल स्कूल मैदान ऊना में आयोजित दशहरा उत्सव को धूमधाम व उत्साहपूर्वक मनाया गया। हजारों की भीड़ के बीच श्रीराम व रावण युद्ध का मंचन किया गया। इसके बाद बुराई पर अच्छाई के प्रतीक के रूप में रावण, मेघनाद व कुंभकर्ण के पुतले जलाए गए। इस दौरान कोरोना का भी पुतला जलाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डीसी ऊना राघव शर्मा ने की। दशहरा उत्सव में राष्ट्रीय संत बाबा बाल जी महाराज व मंगलानंद महाराज विशेष रूप से उपस्थित रहे। इस दौरान विधायक सतपाल सिंह रायजादा व एसडीएम निधि पटेल भी मौजूद रहे।

उपायुक्त ऊना राघव शर्मा ने कहा कि यह एक बुराई पर अच्छाई की जीत का त्योहार है। अच्छा लगता है जब काफी संख्या में इस त्योहार में लोग हिस्सा लेते हैं। सब भगवान राम की शिक्षाओं पर चलने का प्रण लें और बुराई का अंत करें। वहीं रामलीला कमेटी के चेयरमैन प्रिंस राजपूत व अध्यक्ष अविनाश कपिला ने कहा कि हमें श्री राम भगवान की शिक्षाओं पर चलना चाहिए तभी देश में बेहतर समाज का निर्माण किया जा सकता है। नफरत व दुश्मनी से वातावरण को खत्म करने के लिए हम सब को मिलकर प्रयास करने चाहिए। जात्ति, धर्म व समुदाय से ऊपर उठकर हम सब को इंसानियत का फर्ज अदा करना चाहिए। इस अवसर पर स्कूली छात्राओं ने आकर्षक प्रस्तुतियां देकर सबका मन मोह लिया।
इस मौके पर ये रहे मौजूद
डा. सुभाष, ओंकार कपिला, नगर परिषद अध्यक्ष पुष्पा चौधरी, पार्षद ऊर्मिला चौधरी, अतुल महाज, मुनीश कपिला, सागर, वंदिता, अनुराग शर्मा, अखिल अग्निहोत्री, ओंकार कपिला, सुरिंदर ठाकुर, लवली शर्मा, अक्षित शर्मा, बाबा राणा जी, प्राण आंगरा, ललित सामा, राजेश धारी, राज कुमार पठानिया, बलविंद्र गोल्डी, विजय पुरी, शिव महैन, राजा मक्कड़, कार्तिक शर्मा, गोपाल कृष्ण, गणेश सांभर, राजिंद्र शर्मा, राजीव भनोट, अनुराग व ओंकार कपिला सहित अन्य उपस्थित रहे।
श्रीराम भगवान ने दिया मर्यादा का संदेश : रायजादा
विधायक सतपाल सिंह रायजादा ने कहा कि श्री राम भगवान ने हमें मर्यादा का संदेश दिया है। श्री रामलीला में जो संदेश छिपा है, उसे हमें अपने जीवन में उतारना चाहिए। गुरु, माता, पिता, भाई, पत्नी और सेवक की भूमिका की जो सीख हमें रामायण में मिलती है, इनका अनुसरण आम जीवन में भी होना चाहिए। श्रीराम लीला कमेटी ऊना पिछले लंबे वर्षों से प्रभु लीला का आयोजन करके समाज को अपनी संस्कृति व इतिहास से जोड़ने का प्रयास कर रही है। उन्होंने ऐसे आयोजनों में युवा पीढ़ी की अधिक भागीदारी सुनिश्चित करने की जरूरत पर बल दिया।

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