कंडक्टर को मिलेगा कांस्टेबल, क्लर्क व पटवारी के समान वेतन
एचआरटीसी के कंडक्टरों को क्लर्क कांस्टेबल और पटवारी के बराबर वेतन मिलेगा। पंजाब में कंडक्टर की जगह कमीशन एजेंट की व्यवस्था होने से हिमाचल के कंडक्टरों ...और पढ़ें

शिमला, राज्य ब्यूरो। हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) के कंडक्टरों को क्लर्क, कांस्टेबल और पटवारी के बराबर वेतन मिलेगा। पंजाब में कंडक्टर की जगह कमीशन एजेंट की व्यवस्था होने से हिमाचल के कंडक्टरों को पिछले दो वेतनमान में लगातार घाटा हुआ है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने उन्हें आश्वासन दिया है कि सरकार उनकी वेतन विसंगति दूर कर देगी। आश्वासन के बाद कंडक्टरों की क्रमिक भूख हड़ताल खत्म हो गई है।
नए वेतनमान में कंडक्टरों की ग्रेड पे बढऩे के बजाय कम हो गई थी। पंजाब में वर्ष 1996 में कंडक्टरों को सब इंस्पेक्टर बनाया गया था। इसके बाद नए वेतनमान में कंडक्टर के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई। हिमाचल में पहले कंडक्टर को क्लर्क के बराबर वेतन मिलता था। लेकिन दो वेतनमान में ऐसा नहीं हुआ। इस बार एचआरटीसी में नया वेतनमान लागू हुआ तो कंडक्टरों की ग्रेड पे कम हो गई। इससे नाराज कंडक्टरों ने क्रमिक भूख हड़ताल कर थी। वे 14 दिन से क्रमिक भूख हड़ताल पर थे। प्रदेश में 4,500 कंडक्टर हैं। कंडक्टर यूनियन की शिमला इकाई के अध्यक्ष महेंद्र ङ्क्षसह ने कहा कि क्रमिक भूख हड़ताल खत्म हो गई है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से बातचीत हुई थी। अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष अश्वनी ठाकुर ने इसकी पहल की थी। उम्मीद है कि अब वेतन विसंगति दूर हो जाएगी।
मुख्य सचिव के साथ हुई बैठक, होगा मामले का परीक्षण
एचआरटीसी कंडक्टरों की वेतन विसंगति के मामले में बुधवार दोपहर बाद कंडक्टर यूनियन की मुख्य सचिव आरडी धीमान के साथ बातचीत हुई। इसमें कर्मचारी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष घनश्याम शर्मा व अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष अश्वनी ठाकुर मौजूद रहे। उन्होंने कंडक्टरों के हितों की पैरवी की। मुख्य सचिव ने बैठक में कहा कि सरकार इस मामले का परीक्षण करवाएगी। उन्होंने परिवहन विभाग और वित्त विभाग के अधिकारियों को इस संबंध में उचित निर्देश जारी किए।

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