मुख्यमंत्री ने राजस्व विभाग से 11 मई तक मांगी बेमौसमी बर्फबारी से हुए नुकसान की रिपोर्ट
जनजातीय जिला किन्नौर में गत सप्ताह बेमौसमी बर्फबारी से भारी नुकसान हुआ है। 21 से 23 अप्रैल तक हुई बर्फबारी से बागवानी क्षेत्र कृषि सिंचाई विद्युत विभाग के साथ-साथ राष्ट्रीय राज मार्ग व संपर्क मार्ग को करोड़ों का नुकसान हुआ है।
रिकांगपिओ, संवाद सहयोगी। जनजातीय जिला किन्नौर में गत सप्ताह बेमौसमी बर्फबारी से भारी नुकसान हुआ है। 21 से 23 अप्रैल तक हुई बर्फबारी से बागवानी क्षेत्र कृषि, सिंचाई, विद्युत विभाग के साथ-साथ राष्ट्रीय राज मार्ग व संपर्क मार्ग को करोड़ों का नुकसान हुआ है। प्रदेश मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बेमौसमी बर्फबारी से हुए नुकसान की रिपोर्ट 11 मई तक प्रत्येक जिलों से मांगा है वहीं बागवानी मंत्री महेंद्र सिंह ने भी राजस्व विभाग से जल्द से जल्द नुकसान का आंकलन कर रिपोर्ट भेजने की बात कही है।
तो वहीं प्रदेश वन विकास निगम के उपाध्यक्ष सूरत नेगी ने भी प्रदेश सरकार से किन्नौर जिला में बर्फबारी से हुए नुकसान की भरपाई के लिए विशेष पैकेज की मांग की है। प्रदेश सरकार ने बर्फबारी व बारिश से हुए नुकसान का आंकलन करने के लिए 11 टीमों का गठन किया है व नुकसान का आंकलन करते समय वीडियोग्राफी भी की जाएगी ताकि किसी प्रकार का किसी के साथ भेदभाव न हो।
वहीं आज राजस्व विभाग व उद्यान विभाग की टीम कोठी पंचायत पहुंची व पंचायत प्रतिनिधि के साथ नुकसान का आंकलन किया है। कोठी उप प्रधान महेश कुमार ने बताया कि 120 सेब के पौधे, 4 बीघा मटर, 3 बीघा जौ और 15 से 20 चुली खुबानी के पेडों को नुकसान हुआ है। थेमगारंग पंचायत प्रधान मनोरमा देवी ने बताया कि 80 प्रतिशत सेब व अन्य फसलों का नुकसान हुआ है। उन्होंने प्रशासन व सरकार से उचित मुआवजे की मांग की है।
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