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    जोगेंद्रनगर में कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लगाए बिना वृद्धा को जारी कर दिया प्रमाणपत्र

    By Virender KumarEdited By:
    Updated: Fri, 26 Nov 2021 04:47 PM (IST)

    85 वर्षीय वृद्ध महिला को वैक्सीन की दूसरी डोज लगाए बिना स्वास्थ्य विभाग ने प्रमाणपत्र जारी कर दिया। मामला नगर परिषद जोगेंद्रनगर के वार्ड छह का है। कृष्णा देवी को सितंबर में पहली डोज लगी थी। स्वजन उसे नवंबर में दूसरी डोज घर में लगाने की मांग कर रहे थे।

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    जोगेंद्रनगर के सुमित सूद अपने मोबाइल फोन पर कोविड टीकाकरण का प्रमाणपत्र दिखाते हुए। जागरण

    जोगेंद्रनगर, संवाद सहयोगी। 85 वर्षीय वृद्ध महिला को वैक्सीन की दूसरी डोज लगाए बिना स्वास्थ्य विभाग ने प्रमाणपत्र जारी कर दिया है। मामला नगर परिषद जोगेंद्रनगर के वार्ड छह का है।

    कृष्णा देवी को सितंबर में पहली डोज लगी थी। स्वजन उसे नवंबर में दूसरी डोज घर में लगाने की मांग कर रहे थे। दूसरी डोज तो नहीं लगी, लेकिन मोबाइल फोन पर डोज लगने का डाटा अपडेट होने के साथ प्रमाणपत्र भी जारी हो गया। इससे स्वजन हैरान हैं। मामले की निष्पक्ष जांच के लिए कृष्णा देवी के बेटे सुमित सूद ने 1100 नंबर पर शिकायत दर्ज करवाई है। उसका आरोप है कि वैक्सीनेशन अभियान में इस प्रकार की लापरवाही गड़बड़झाले की ओर इशारा कर रही है। उनकी माता चलने फिरने में असमर्थ है। स्वास्थ्य विभाग से घर पर ही वैक्सीन लगाने की मांग कुछ दिन से कर रहे थे। दूसरी डोज का शत प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की कई टीमें फील्ड में तैनात हैैं। मोबाइल फोन से भी दूसरी डोज लगने की जानकारी जुटाई जा रही है। इसका आनलाइन डाटा भी एकत्रित किया जा रहा है। बिना वैक्सीनेशन प्रमाणपत्र जारी होने से विभागीय कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैैं।

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    वृद्धा के घर पहुंची मोबाइल टीम बैरंग लौटी

    स्वास्थ्य विभाग की मोबाइल टीम वृद्धा को वैक्सीन लगाने के लिए उसके घर पहुंची तो उसे भी बैरंग लौटना पड़ा, क्योंकि स्वास्थ्य विभाग की वेबसाइट में दूसरी डोज लगने की जानकारी मिली। इस लापरवाही से वृद्धा के स्वजन ङ्क्षचतित हैैं।

    वैक्सीन की दूसरी डोज लगाए बिना प्रमाणपत्र जारी होने का मामला ध्यान में लाया गया है। मामले की जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क किया जा रहा है। मोबाइल फोन नंबर गलत अपडेट होने से भी ऐसी समस्या पेश आती है।

    -डा. विनय कुमार, खंड चिकित्सा अधिकारी पद्धर