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खुशवंत सिंह लिटफेस्ट के विरोध में उतरे भाजपा नेता, प्रतिबंध लगाने की उठाई मांग; यह है वजह

भाजपा के पूर्व सांसद प्रो. वीरेंद्र कश्यप और भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रश्मिधर सूद ने भी खुशवंत सिंह लिटफेस्ट को गलत करार दिया।

By Rajesh SharmaEdited By: Published: Mon, 14 Oct 2019 11:05 AM (IST)Updated: Mon, 14 Oct 2019 11:05 AM (IST)
खुशवंत सिंह लिटफेस्ट के विरोध में उतरे भाजपा नेता, प्रतिबंध लगाने की उठाई मांग; यह है वजह

सोलन, जेएनएन। कसौली में आयोजित खुशवंत सिंह लिटफेस्ट का लगातार विरोध हुअा।  जहां एक ओर हिंदू जागरण मंच ने कसौली में इसका विरोध किया वहीं भाजपा के पूर्व सांसद प्रो. वीरेंद्र कश्यप और भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रश्मिधर सूद ने भी इसे गलत करार दिया। उन्होंने ऐसे कार्यक्रमों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रश्मिधर ने कहा कि कश्मीर से जब पंडितों को निकाला गया तब लिटफेस्ट में भाग लेने वाले साहित्यकार कहां थे? तब उन्होंने आवाज क्यों नहीं उठाई? लिटफेस्ट में जो लोग आज अनुच्छेद 370 का विरोध कर रहे हैं, वह सभी जेएनयू की गैंग के ही प्रोडक्ट हैं। उन्होंने भविष्य में देवभूमि में इस तरह के कार्यक्रम पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। कहा, कि भविष्य में इस तरह के कार्यक्रम का काले झंडे दिखाकर विरोध करेंगे।

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पूर्व सांसद वीरेंद्र कश्यप ने कहा ऐसे कार्यक्रमों पर हिमाचल प्रदेश में प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। शांतिप्रिय प्रदेश में अशांति फैलाने का कार्य यह लिटफेस्ट कर रहा है। लिटफेस्ट में हुई चर्चा से भाजपा दुखी है। साहित्यकारों द्वारा अनुच्छेद 370 हटाने का विरोध हो रहा है। कश्यप ने कहा की अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू कश्मीर के लोगों को रोजगार मिल रहा है व आंतकवाद की घटनाएं अब न के बराबर रह गई हैं। साहित्यकार राधा कुमार की पुस्तक में बुरहान बानी को सस्सपेक्टिड आतंकी लिखा है।

वीरेंद्र कश्यप ने लेखिका तवलीन सिंह द्वारा अनुच्छेद 370 बिना सोचे समझे हटाए जाने वाले बयान का भी विरोध किया। उन्होंने कहा कि पहले जब कानून बनते थे तो उसके नीचे नोट लगता था कि यह कानून जम्मू कश्मीर में मान्य नहीं है, लेकिन अब एक देश एक कानून की स्थिति है। आज जम्मू कश्मीर को सारी सुविधाएं मिल रही हैं व वहां का विकास हो रहा है।


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