Move to Jagran APP

बद्दी में पैनेशिया बायोटेक कंपनी शुरू करेगी कोवैक्सीन का उत्पादन, बीते वर्ष अमेरिका को भेजी थी यहां से मदद

COVAXIN Production उत्तर भारत में बद्दी पहला स्थान होगा जहां पर कोवैक्सीन का उत्पादन होगा। इसके लिए भारत बायोटेक व बद्दी की पैनेशिया बायोटेक कंपनी के बीच में करार हुआ है। पैनेशिया बायोटेक में तीन माह के भीतर बद्दी में कोवैक्सीन का उत्पादन शुरू हो सकेगा।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Published: Sat, 15 May 2021 08:10 AM (IST)Updated: Sat, 15 May 2021 08:10 AM (IST)
उत्तर भारत में बद्दी पहला स्थान होगा, जहां पर कोवैक्सीन का उत्पादन होगा।

शिमला, राज्य ब्यूरो। COVAXIN Production, उत्तर भारत में बद्दी पहला स्थान होगा, जहां पर कोवैक्सीन का उत्पादन होगा। इसके लिए भारत बायोटेक व बद्दी की पैनेशिया बायोटेक कंपनी के बीच में करार हुआ है। अब पैनेशिया बायोटेक के दिल्ली स्थित फार्मा उद्योग में कुछ मामूली परीक्षण होने के बाद तीन माह के भीतर बद्दी में कोवैक्सीन का उत्पादन शुरू हो सकेगा। वर्तमान में पैनेशिया कंपनी कई तरह की दवाओं का उत्पादन करती है। वीरवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इस कंपनी को आश्वस्त किया था कि सरकार हर तरह की सुविधाएं प्रदान करेगी।

loksabha election banner

बद्दी से एक साल पहले भारत ने अमेरिका को हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन (एचसीक्यू) की 50 मिलियन टेबलेट भेजी थीं। मैन काइंड फार्मा के बीआर सिकरी का सुझाव था कि कसौली स्थित सीएसआइआर से भी चर्चा करनी चाहिए। सरकार ने फार्मा उद्योग में काम करने वाले कर्मचारियों को अग्रिम पंक्ति के योद्धा घोषित किया है। अब दूसरे कर्मचारियों की तरह फार्मा कर्मियों को भी प्राथमिकता के आधार पर कोरोना वैक्सीन डोज प्रदान की जाएगी।

यह भी पढ़ें: हिमाचल में कोरोना संक्रमण से हो रही मौतों का होगा ऑडिट, कारण और लापरवाही का पता लगाया जाएगा

कोरोना रोगियों के लिए होगा सेना व अर्धसैनिक बलों के वाहनों का इस्तेमाल

हिमाचल प्रदेश में कोरोना रोगियों की आवाजाही के लिए सेना, अर्धसैनिक बल व अन्य वाहनों का इस्तेमाल किया जाएगा। इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिला उपायुक्तों को इस तरह की व्यवस्था का निर्देश दिया है। वर्तमान में राष्ट्रीय एंबुलेंस सेवा व जननी सुरक्षा सेवा के तहत चल रही 123 एंबुलेंस  का इस्तेमाल किया जा रहा है। जिलों को उन मरीजों के परिवहन के लिए 108 एंबुलेंस का उपयोग करने को  कहा गया है, जिन्हें अपेक्षाकृत अधिक आक्सीजन की आवश्यकता होती है या लंबी दूरी पर अंतर-सुविधा हस्तांतरण की आवश्यकता है। 102 एंबुलेंस को उन रोगियों को स्थानांतरित करने के लिए तैनात किया जाए, जिन्हें आक्सीजन के कम प्रवाह की आवश्यकता होती है। 11 अप्रैल तक कुल 2360 एंबुलेंस को कोविड से संबंधित आपात स्थितियों के लिए भेजा गया है।

यह भी पढ़ें: Himachal Coronavirus Cases Update: 40 हजार के करीब पहुंचे एक्टिव केस, कांगड़ा में मौत का आंकड़ा 600 पार

यह भी पढ़ें: Himachal Weather Update: प्रदेश में अभी राहत नहीं देगा मौसम, फ‍िर सक्रिय होगा पश्चिमी विक्षोभ

यह भी पढ़ें: कोरोना संक्रमित के अंतिम संस्‍कार के लिए सरकार ने बनाए नोडल अधिकारी, विधायकों को भी दिए निर्देश


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.