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    अंजू शर्मा बनी जलशक्ति विभाग की पहली महिला चीफ इंजीनियर

    By Neeraj Kumar AzadEdited By:
    Updated: Wed, 14 Jul 2021 08:50 PM (IST)

    पुरुष वर्चस्व वाले क्षेत्रों में अब महिलाएं न केवल कंधे से कंधा मिला रही हैं बल्कि पहली कतार में भी खड़ी हो गई हैं। जल शक्ति विभाग में कार्यरत इंजीनिय ...और पढ़ें

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    अंजू शर्मा बनी जलशक्ति विभाग की पहली महिला चीफ इंजीनियर। जागरण

    रमेश सिंगटा, शिमला। पुरुष वर्चस्व वाले क्षेत्रों में अब महिलाएं न केवल कंधे से कंधा मिला रही हैं, बल्कि पहली कतार में भी खड़ी हो गई हैं। जल शक्ति विभाग में कार्यरत इंजीनियर अंजू शर्मा इसकी साक्षात मिसाल है। वह हिमाचल में इस विभाग की पहली चीफ इंजीनियर बनी हैं। अब नारी शक्ति विभाग की ताकत बनेगी।

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    उन्हें विभाग की पहली इंजीनियर होने का भी गौरव प्राप्त हैं। अब एसई वक्र्स से चीफ इंजीनियर पदोन्नत हुई हैं। उन्हें शिमला स्थित राज्य मुख्यालय में डिजाइन एवं मानिटरिंग का कार्यभार सौंपा है। वह उस समय क्षेत्रीय इंजीनियरिंग कालेज हमीरपुर में लेक्चरर नियुक्त हुईं थी, जब लड़कियों के पढऩे में कई तरह की बाधाएं थीं। अनुबंध से नियमित होने के लिए साक्षात्कार इसलिए नहीं दिया, क्योंकि तब इंजीनियङ्क्षरग की अधिकारी न बन पाती। 1993 में सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग (अब जल शक्ति विभाग) में पहली सहायक अभियंता (एसडीओ) बनीं। उन्होंने अब तक चौथी पदोन्नति पाई है। अभी सात साल का सेवाकाल शेष है। तीन से चार वर्ष के बाद विभाग के सबसे बड़े पद ईएनसी तक पहुंचेंगी। वहां भी लंंबे अरसे तक सेवा प्रदान करेंगी।

    ऊना के शीतला गांव की हैं अंजू

    इंजीनियर अंजू शर्मा ऊना जिला के ङ्क्षचतपूर्णी क्षेत्र के शीतला गांव की रहने वाली हैं। इनके पति न्यायमूर्ति वीरेंद्र शर्मा ज्यूडिशियल अकादमी के निदेशक हैं। वह कई अहम पदों पर तैनात रहीं। पहली तैनाती सहायक अभियंता धर्मशाला हुई। इसके बाद कई पदों पर फील्ड से लेकर मुख्यालय तक सेवा दी।

    कुछ अलग करने की चाहत

    अंजू शर्मा ने दैनिक जागरण को बताया कि शुरू से ही लीक से हटकर कुछ करने की चाह थी। महिलाएं भी नया मुकाम हासिल कर सकती हैं, बस उन्हें पहल करने की हिम्मत चाहिए। मुझे विभाग ने बेटी की तरह इंजीनियङ्क्षरग का व्यावहारिक ककहरा सिखाया। वरिष्ठ अधिकारियों से लेकर स्टाफ तक सबसे सहयोग किया, तभी तरक्की की सीढिय़ां चढ़ पाईं।

    विभाग में 20 से अधिक जेई, एसडीओ व एक्सईएन

    जल शक्ति विभाग में आज 20 से अधिक जेई, एसडीओ व एक्सईएन महिलाएं हैं। अभी अर्की में कंजन शर्मा, राज्य मुख्यालय में नीरजा गुप्ता, सुंदरनगर में सत्या, मंडी में हीना सभ्रवाल एक्सईएन के पदों पर कार्यरत हैं।

    कौन कौन हैं अहम ओहदों पर

    -लोक निर्माण विभाग में अर्चना ठाकुर पहली चीफ इंजीनियर बनीं। वह इसी पद पर सेवा दे रही हैं।

    -वन विभाग में डा. सविता सबसे शीर्ष पद वन बल प्रमुख (पीसीसीएफ) के पद पर पहुंचने वाली पहली महिला आइएफएस अफसर हैं।

    -पीसीसीसीएफ वन्य प्राणी अर्चना शर्मा इस ओहदे पर नियुक्त होने वाली दूसरी महिला अधिकारी हैं।