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    'PM धन-धान्य योजना से किसानों का सुनहरा भविष्य', हमीरपुर सांसद अनुराग ठाकुर का वादा

    Updated: Fri, 10 Oct 2025 08:36 PM (IST)

    अनुराग ठाकुर ने कहा कि पीएम धन-धान्य कृषि योजना से देश खाद्यान्न में आत्मनिर्भर बनेगा। इस योजना के तहत, किसानों की आय बढ़ाने और कृषि उत्पादन में वृद्धि पर जोर दिया जाएगा। केंद्रीय कैबिनेट ने छह साल के लिए इस योजना को मंजूरी दी है, जिसका उद्देश्य 2030-31 तक दलहन की खेती का क्षेत्रफल बढ़ाना है। इस योजना से किसानों को बेहतर बीज और सिंचाई की सुविधा मिलेगी।

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    अनुराग ठाकुर ने कहा कि पीएम धन-धान्य कृषि योजना से देश खाद्यान्न में आत्मनिर्भर बनेगा (फाइल फोटो)

    जागरण संवाददाता, हमीरपुर। पूर्व केंद्रीय मंत्री व हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद अनुराग ठाकुर ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा प्रारंभ की जाने वाली पीएम धन-धान्य कृषि योजना के माध्यम से देश को खाद्यान्न (दलहन) के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की बात कही है। उन्होंने देश के सौ जिलों में बिलासपुर जिले के चयन को हिमाचल प्रदेश के लिए एक सुनहरा अवसर बताया है।

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    अनुराग ठाकुर ने कहा कि मोदी सरकार ने अन्नदाता के आर्थिक सशक्तिकरण और उनकी खुशहाली के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। भारत की खाद्यान्न विशेषकर दालों में आत्मनिर्भरता बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री 24,000 करोड़ की पीएम धन धान्य योजना की शुरुआत करेंगे। इ

    स योजना को केंद्रीय कैबिनेट ने छह वर्ष के लिए मंजूरी दी है, जिसका उद्देश्य 2030-31 तक दलहन की खेती का क्षेत्रफल 27.5 मिलियन हेक्टेयर से बढ़ाकर 31 मिलियन हेक्टेयर करना है।

    इस योजना के तहत किसानों की आय बढ़ाने और कृषि उत्पादन में वृद्धि पर जोर दिया जाएगा। अनुराग ठाकुर ने बताया कि इस योजना का वार्षिक बजट 24,000 करोड़ रुपये रखा गया है, जिससे अगले छह वर्षों में लगभग 1.44 लाख करोड़ का निवेश होगा। यह योजना 11 मंत्रालयों की 36 केंद्रीय योजनाओं को एक साथ जोड़ेगी और उन 100 जिलों को लाभान्वित करेगी, जो अन्य जिलों की तुलना में पिछड़े हुए हैं।

    इस योजना का उद्देश्य कृषि एवं उससे जुड़े क्षेत्रों में समग्र विकास को तेज करना है, जिससे किसानों को बेहतर बीज, फसल विविधीकरण, जल और मिट्टी के संरक्षण, भंडारण क्षमता में वृद्धि, सिंचाई व्यवस्था में सुधार और सस्ते कृषि ऋण की सुविधा मिलेगी। इन पहलुओं का सीधा असर देश के किसानों और ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा।