मनरेगा में काम मिलते ही खिले मजदूर
करीब दो माह से घर पर बेकार में बैठकर परिवार के पालन पोषण को लेकर दिन प्रतिदिन स्थानीय मजदूर वर्ग की चिता दूर हुई है। पंचायत के मनरेगा काम से घर को रोट ...और पढ़ें

संवाद सहयोगी, जाहू : करीब दो माह से बिना कामकाज के बैठे मजदूर वर्ग की चिता अब धीरे-धीरे दूर होने लगी है। कोरोना महामारी के कारण जहां विकास कार्य प्रभावित हुए है, वहीं मजदूरों का रोजगार भी बंद हुआ है। अब लॉकडाउन में सरकार ने ढील देने पर आर्थिक संकट की समस्या से जूझ रहे मनरेगा मजदूरों के लिए पंचायतों में विकास कार्य शुरू होने से उनके चेहरों पर रौनक आने लगी है। भलवानी पंचायत में इन दिनों विभिन्न विकास कार्यों पर करीब आठ लाख रुपये के विकास कार्य शुरू हुए हैं। विभिन्न कामों पर पंचायत ने 40 मजदूरों को रोजगार पर लगाया है। समकरी और चाहब गांव के करीब 80 घरों को जोड़ने वाली संपर्क सड़क कंकरीट व सीमेंट से पक्की हो रही है। इस पर करीब पांच लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। इसी तरह पंचायत के नव विभोर वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सुलगवान के पास पेयजल के लिए कुएं का निर्माण किया जा रहा है। इस पर करीब एक लाख रुपये खर्च होंगे। इसी तरह ठारा गांव में बंजर भूमि को समतल करके कृषि योग्य बनाने में दस मजदूर भूमि सुधार कार्य में लगे हैं। इसके आलावा नाल्टू मनोह नाले में एक लाख रुपये की लागत से स्प्रे दीवार लगाने को कार्य जारी है। मनरेगा कार्य में लगे मजदूरों में अजीत कुमार, संतोष कुमारी, वंदना देवी, आशा देवी, उर्मिला देवी, रंजीता व अन्य का कहना है कि लॉकडाउन से काम बंद होने से परिवार के पालन पोषण पर संकट आ गया था, लेकिन अब पंचायतों में कार्य शुरू हो जाने से उन्हें रोजगार उपलब्ध हो रहा है।
समकरी से साहब सड़क पर खर्च होंगे पांच लाख
भलवानी पंचायत प्रधान संजीव अंगारिया का कहना है कि पंचायत के चार मस्टरोल पर 40 मजदूर कार्य कर रहे हैं। समकरी से साहब संपर्क सड़क पर करीब पांच लाख रुपये खर्च होंगे।

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