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    Hamirpur News: पेपर लीक मामले पर हाई कोर्ट में सुनवाई, मुख्य आरोपित के बेटे की जमानत पर फैसला रखा सुरक्षित

    By Jagran NewsEdited By: Gurpreet Cheema
    Updated: Mon, 07 Aug 2023 06:22 PM (IST)

    हमीरपुर पेपर लीक मामले में आज सुनवाई हुई है। हाई कोर्ट ने मुख्य आरोपित निलंबित वरिष्ठ सहायक उमा आजाद के बेटे नितिन आजाद की जमानत को लेकर फैसला सुरक्षित रखा है। नितिन आजाद ने अदालत में जमानत के लिए अर्जी दी थी जिसकी सुनवाई भी आज हुई है। आरोपित को 13 मामलों में से अधिकांश में नामजद किया गया है।

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    भंग हमीरपुर कर्मचारी चयन आयोग पेपर लीक मामले में सुनवाई हुई।

    हमीरपुर, रणवीर ठाकुर। भंग हमीरपुर कर्मचारी चयन आयोग पेपर लीक मामले में आज यानी कि सोमवार को सुनवाई हुई है। आयोग में पेपर लीक मामले की मुख्य आरोपित निलंबित वरिष्ठ सहायक उमा आजाद के बेटे नितिन आजाद ने जमानत के लिए अर्जी दी थी। जिसपर उच्च न्यायालय के न्यायाधीश ने उसका फैसला सुरक्षित रख लिया है।

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    नितिन आजाद लंबे समय न्यायिक हिरासत में चल रहा है। बर्खास्त ट्रैफिक इंस्पेक्टर रवि कुमार सहित अभ्यार्थी मुकेश व रणजीत ने भी उच्च न्यायालय में अंतरिम जमानत के लिए अर्जी लगाई हुई थी, जिसकी सुनवाई भी आज हुई है। इन तीनों की अंतरिम जमानत का फैसला सुरक्षित रख लिया है। बता दें कि आयोग के पेपर लीक मामले में विजिलेंस ने पोस्ट कोड 915 सहायक अधीक्षक जेल एवं कल्याण अधिकारी भर्ती परीक्षा में रवि कुमार को नामजद किया है।

    जमानत का फैसला रखा गया सुरक्षित

    साथ ही उमा आजाद के बेटे नितिन आजाद को भी 13 मामलों में से अधिकांश में नामजद किया गया है, पेपर लीक करने में इसकी अहम भूमिका रही है। हमीरपुर विजिलेंस थाना में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रेणु शर्मा से जब इस संदर्भ में जानकारी हासिल की तो उन्होंने बताया कि भंग कर्मचारी चयन आयोग में पेपर लीक मामलों में नामजद नितिन आजाद, रवि कुमार, मुकेश व रणजीत के फैसले पर उच्च न्यायालय में सुनवाई हुई है, जिसमें न्यायधीश ने उनकी जमानत के फैसले को सुरक्षित रखा है।

    विजिलेंस टीम ने की पूरी जांच

    इससे पहले मंडी के पुलिस अधीक्षक विजिलेंस राहुल नाथ ने भी हमीरपुर पहुंच कर विजिलेंस के अधिकारियों के साथ बैठक कर पेपर लीक मामलों की जांच तेजी से करने के दिशानिर्देश जारी किए ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके। भंग कर्मचारी चयन आयोग में किस तरह पेपर लीक होते रहे हैं इसे लेकर पूरी जांच विजिलेंस टीम ने की थी। तीन सदस्यों की इस टीम ने सभी रिकॉर्ड खंगाले थे।