Himachal JOA IT Paper Leak: पूर्व सचिव कंवर को पूछताछ के लिए अब हमीरपुर बुलाएगी विजिलेंस
हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग के भंग होने के बाद आयोग के पूर्व सचिव जितेंद्र कंवर को विजिलेंस टीम कभी पूछताछ के लिए हमीरपुर बुला सकती है। पूर्व सचिव के खिलाफ जूनियर आफिस अस्सिटेंट पेपर लीक मामले में तथ्य हाथ लगने के बाद प्रदेश सरकार द्वारा अभियोजन की दी गई।

हमीरपुर, जागरण संवाददाता।
हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग के भंग होने के बाद आयोग के पूर्व सचिव जितेंद्र कंवर को विजिलेंस टीम कभी पूछताछ के लिए हमीरपुर बुला सकती है।पूर्व सचिव के खिलाफ जूनियर आफिस अस्सिटेंट (जेओए) (आइटी) पेपर लीक मामले में तथ्य हाथ लगने के बाद प्रदेश सरकार द्वारा अभियोजन की दी गई मंजूरी के बाद अब विजिलेंस टीम हमीरपुर को आदेश पत्र का इंतजार है।
कई घंटों तक चली पूछताछ
बता दें कि विजिलेंस टीम व एसआइटी दो माह में पूर्व सचिव जितेंद्र कंवर से कई घंटों तक लंबी पूछताछ पहले भी कर चुकी है। अब इसके बाद कंवर ने शिमला में अपनी नौकरी ज्वाइन कर ली है।
विजिलेंस टीम को कंवर के आवास पर भी बहुत से पेपर मिले थे जिसे विजिलेंस ने जांच में आधार बनाया है। परीक्षा नियंत्रक होने के नाते कंवर की परीक्षाओं करवाने में बड़ी जिम्मेदारी थी। विजिलेंस ने अपनी 626 पन्नों की पहली चार्जशीट में पूर्व सचिव कंवर का नाम शामिल किया है।
चालान न्यायालय में जल्द पेश
विजिलेंस ने जेओए (आइटी) पेपर लीक मामले में मुख्य आरोपित वरिष्ठ सहायक उमा आजाद और उसके दो बेटों सहित सभी आठ आरोपितों को पहली चार्जशीट में आरोपित बनाया है जिनमें से चार न्यायिक हिरासत में हैं और चार को जमानत मिल चुकी है। अब विजिलेंस की ओर दूसरे मामले में मिले दो अन्य प्रश्नपत्रों की चार्जशीट का चालान न्यायालय में जल्द पेश किया जाएगा।
अभियोजन की मंजूरी
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजिलेंस हमीरपुर रेणु शर्मा ने बताया कि आयोग के पूर्व सचिव जितेंद्र कंवर के विरुद्ध अभियोजन की मंजूरी मिल गई है। अब मंजूरी के पत्र का इंतजार है और उसके बाद कंवर को हमीरपुर बुलाया जाएगा। पूर्व सचिव जांच में सहयोग करते रहे हैं तो उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जाएगा।
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