Himachal New: गिरी खड्ड में गाद से पंप बंद, ठियोग में चार दिन से नहीं आया पानी
ठियोग शहर में चार दिनों से पेयजल आपूर्ति बाधित है क्योंकि गिरी खड्ड में गाद बढ़ गई है जिससे पंप बंद हो गए हैं। इससे शहर के सात वार्डों में पानी की समस्या हो रही है। लोगों को निजी टैंकरों से पानी मंगवाना पड़ रहा है जिससे आर्थिक बोझ बढ़ रहा है। निवासियों ने जलशक्ति विभाग से स्थायी समाधान की मांग की है।

संवाद सूत्र, ठियोग। उपमंडल ठियोग में चार दिन से पेयजल आपूर्ति बाधित होने से शहरवासी परेशान हैं। ठियोग शहर को सैंज की गिरी खड्ड से पानी की आपूर्ति की जाती है। इन दिनों उपमंडल में रुक-रुककर वर्षा का सिलसिला जारी है। इस कारण गिरी खड्ड में गाद बढ़ने से पानी को लिफ्ट करने वाले पंप बंद हैं। इससे नगर परिषद के सभी सातों वार्डों में लोगों को पीने के पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है।
गिरी खड्ड के आसपास इन दिनों भारी वर्षा होने के कारण सड़क किनारे फेंका गया मलबा खड्ड में पहुंच रहा है। इस वजह से गिरी खड्ड में गाद बढ़ने से पंपिंग नहीं हो पा रही है। कई वर्षों से गिरी खड्ड में लोगों व ठेकेदारों द्वारा मिट्टी फेंकी जा रही है। इसका खामियाजा प्रति वर्ष बरसात के दिनों में गिरी से पानी की आपूर्ति करने वाली योजनाओं को भुगतना पड़ता है। ठियोग कस्बे के अलावा गिरी खड्ड से कई पेयजल योजनाओं के तहत पानी की पंपिंग की जाती है।
पेयजल आपूर्ति बाधित होने पर लोगों को निजी टैंकरों से पानी मंगवाना पड़ रहा है। इस कारण उन पर अधिक आर्थिक बोझ पड़ रहा है। पुरानी फिल्टर प्रणाली शहरवासियों के लिए परेशानी बनी हुई है।स्थानीय निवासी हेमंत, राजकांत, सूरज, ममता, उषा व गीता का कहना है कि जलशक्ति विभाग को इस समस्या का स्थायी समाधान निकालना चाहिए। सर्दियों व बरसात के दिनों में गिरी खड्ड में भारी मिट्टी आने से पानी की पंपिंग करने वाली मशीनरी में कचरा फंस जाने से पानी की आपूर्ति बाधित हो जाती है।
इससे लोगों को मजबूरन पानी के टैंकर मंगवाने पड़ते हैं या निजी गाड़ियों में पानी की ढुलाई करनी पड़ती है। महिलाओं का कहना है कि इससे सबसे अधिक परेशानी उन्हें होती है और घर के कामकाज निपटाने मुश्किल हो जाते हैं। इसलिए विभाग को इस समस्या का स्थायी हल जल्द निकालना चाहिए।
गिरी खड्ड में गाद बढ़ने के कारण पंपिंग पर असर पड़ा है। शनिवार को गाद कम हो गई थी। रात के समय पंप चलाए जाएंगे। इसके बाद कस्बे में पानी की आपूर्ति की जा सकेगी।
- एमए शेख, एसडीओ, जलशक्ति विभाग।
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