बीड़ बिलिंग व नरवाणा पैराग्लाइडिंग साइट को बांटने की तैयारी, ये जगहें साइट एक्यूरेसी प्रतियोगिता के लिए सही
कांगड़ा में पैराग्लाइडिंग की दो साइटों पर अंतरराष्ट्रीय आयोजन होते हैं। इनमें विश्व प्रसिद्ध बीड़ बिलिंग व हाल ही में अस्तित्व में आई नरवाना साइट है। अब इन साइट को दूरी व सटीकता के आधार पर अलग-अलग करने की तैयारी की जा रही है। विधायक सुधीर शर्मा की ओर से बीड़ बिलिंग में पैराग्लाइडिंग क्रॉस कंट्री व नरवाना साइट में एक्यूरेसी प्रतियोगिता करवाने की पैरवी की जा रही है।

मुनीष गारिया, धर्मशाला। जिला कांगड़ा में पैराग्लाइडिंग के लिए चयनित चार साइट में से दो पर अंतरराष्ट्रीय आयोजन होते हैं। इनमें विश्व प्रसिद्ध बीड़ बिलिंग व हाल ही में अस्तित्व में आई नरवाना साइट है। अब इन साइट को दूरी व सटीकता के आधार पर अलग-अलग करने की तैयारी की जा रही है। विधायक सुधीर शर्मा की ओर से बीड़ बिलिंग में पैराग्लाइडिंग क्रॉस कंट्री व नरवाना साइट में एक्यूरेसी प्रतियोगिता करवाने की पैरवी की जा रही है। जिला में पैराग्लाइडिंग के लिए चार साइट हैं। इनमें बीड़ बिलिंग, नरवाणा, इंद्रुनाग व मझीण (ज्वालामुखी) है। मझीण साइट पर अभी तक किसी भी स्तर पर उत्साह नहीं दिखाया जा रहा है और इंदरूनाग साइट में कई वर्षों से टेंडम फ्लाइंग हो रही है।
दृश्यता रहेगा बंटवारे का आधार
पैराग्लाइडिंग के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध बीड़ बिलिंग साइट में हर तरह के आयोजन हो चुके हैं। वर्षों से यहां अंतरराष्ट्रीय आयोजन हो रहे हैं और गत माह एक्यूरेसी प्री वर्ल्ड कप का पहला चरण हुआ है। अब इस साइट को क्रॉस कंट्री के लिए अधिक महत्व देने की पैरवी की जा रही है। बताया जा रहा है कि बीड़ बिलिंग साइट से लैंडिंग साइट नहीं दिखती है, जो एक्यूरेसी प्रतियोगिताओं के लिए आवश्यक होती है। इस साइट में क्रॉस कंट्री के आयोजन सबसे अच्छे होंगे।
बीड़ बिलिंग साइट के कारण ही प्रदेश व कांगड़ा जिले को पैराग्लाइडिंग के लिए पहचान मिली है। नरवाणा एक्यूरेसी आयोजनों के लिए विश्व की सबसे अच्छी साइट है। बीड़ बिलिंग के टेक ऑफ से लैंडिंग साइट तक का सफर लंबा है, जो एक्यूरेसी के लिए नहीं चाहिए होता है।
-देशराज कपूर, तकनीकी अधिकारी, पैराग्लाइडिंग एवं इवेंट मैनेजर।
हर साइट की अपनी खासियत होती है। नरवाणा की साइट पर लैंडिंग साइट साफ और नजदीक दिखती है। इसके विपरीत बीड़ बिलिंग साइट से लैंडिंग साइट नहीं दिखती है। नरवाना साइट एक्यूरेसी जैसे आयोजनों के लिए सही है।
-सुधीर शर्मा, विधायक धर्मशाला।
पैराग्लाइडिंग करते समय इन बातों का रखें ध्यान
- यदि आप चक्कर, एक्रोफोबिया, अस्थमा या हृदय रोग से पीड़ित हैं तो ऐसी खेलों में भाग न लें।
- किसी भी खतरे से बचने के लिए प्रशिक्षक जो कुछ कहते हैं उसका पालन करें।
- अचानक जोर लगाने या गिरने के समय आप घुटनों, कोहनी व शरीर के अन्य हिस्सों को घायल कर सकते हैं।
- मांसपेशियों व जोड़ों को लचीला बनाए रखने के लिए वार्म अप करें।
- ऐसे कपड़े न पहनें जिनके फटने की संभावना हो या असुविधाजनक हों।
- आयु साबित करने के लिए अपने साथ वैध फोटो पहचान पत्र लाएं।
- पैराग्लाइडिंग के दौरान हेलमेट, जूते, दस्ताने, एल्बो गार्ड व घुटने के लिए सेफ्टी गार्ड अवश्य पहनना चाहिए।
- पैराग्लाइडिंग करते समय एक्स्ट्रा पैराशूट अवश्य इस्तेमाल करना चाहिए। कंधे में लगे पैराशूट को आपात स्थिति में कैसे खोलते हैं, इस बारे में पायलट से जानकारी ले सकते हैं।
- यदि आपने टेंडम फ्लाइंग करनी हो तो प्रशिक्षित पायलट के साथ करें।
- टेंडम फ्लाइंग करने से पहले संबंधित कंपनी या पायलट के बारे में पूरी जानकारी ले लें।
- तेज हवा चलने या मौसम साफ न होने पर उड़ान न भरें।

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