Dharamshala News: दिव्यांग लड़की से पड़ोसी कर रहा था दुष्कर्म, 8 महीने बाद पुलिस ने सुलझाया मामला
धर्मशाला में एक पड़ोसी दिव्यांग लड़की से पिछले 8 महीनों से दुष्कर्म कर रहा था। इस मामले की पुलिस ने जांच कर इस केस को साढ़े आठ माह बाद सुलझा लिया है। पुलिस ने आरोपित जगत प्रकाश निवासी धर्मशाला को गिरफ्तार किया जिसने अपना गुनाह कबूला। पुलिस टीम आरोपित तक फॉरेंसिक लैब की सहायता व डीएनए टेस्ट के माध्यम से पहुंची।

जागरण संवाददाता, धर्मशाला। Neighbor Phsycal Assaulting With Disabled Girl: धर्मशाला में पड़ोसी दिव्यांग लड़की से पिछले 8 महीनों से दुष्कर्म कर रहा था और पुलिस ने साढ़े आठ माह बाद इस मामले को सुलझा लिया है। पुलिस टीम फॉरेंसिक लैब की सहायता व डीएनए टेस्ट के माध्यम से आरोपित तक पहुंची है।
आरोपित जगत प्रकाश निवासी धर्मशाला ने गुनाह कबूल कर लिया है। न्यायालय ने उसे 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा है। पीड़िता के पेट में दर्द होने पर स्वजन उसे जोनल अस्पताल धर्मशाला ले गए। यहां चिकित्सीय जांच में उसके गर्भवती होने का पता चला। इसके बाद मामला पुलिस तक पहुंचा।
ये है मामला
एसपी शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि पीड़िता के माता-पिता ने महिला पुलिस थाना में शिकायत दर्ज करवाई थी कि उनकी दिव्यांग बेटी का इलाज धर्मशाला अस्पताल व मेडिकल कालेज एवं अस्पताल टांडा में चल रहा है।
11 फरवरी 2023 को बेटी ने पेट दर्द की शिकायत की तो उसे धर्मशाला अस्पताल पहुंचाया। यहां डॉक्टर ने उसका चेकअप किया और टेस्ट करवाने को कहा। 14 फरवरी को रिपोर्ट मिली और पता चला कि बेटी करीब चार माह की गर्भवती है।
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डॉक्टर ने इस मामले की सूचना दी पुलिस को
15 फरवरी को डॉक्टर ने पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस ने धारा 376 के तहत मामला दर्ज किया। पीड़िता 100 प्रतिशत दिव्यांग है। इसलिए मेडिकल कालेज एवं अस्पताल टांडा में उसका गर्भपात करवाया और जांच के लिए डीएनए संरक्षित किया गया। पीड़िता पटवारी व जीजा का नाम लेती थी। इसलिए पुलिस ने दोनों का डीएनए टेस्ट करवाया, जो भ्रूण के साथ मैच नहीं हुआ। मामले में और जानकारी जुटाने के लिए क्षेत्र में कई टीमें तैनात की गई थीं।
आरोपित का डीएनए नमूना भ्रूण से हुआ मैच
एसपी शालिनी अग्निहोत्री, वरिष्ठ अधिकारी आरपी जसवाल व डीएसपी निशा ने लगातार क्षेत्र का दौरा किया और जानकारी एकत्रित की। डीएनए विश्लेषण के लिए पीड़ित परिवार के सदस्यों, रिश्तेदारों सहित 36 लोगों को शॉर्टलिस्ट किया गया था।
इन्हें छह माह में रिजनल फारेंसिक साइंस लैब धर्मशाला भेजा गया था। आरोपित का डीएनए नमूना भ्रूण से मैच हो गया। इस पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
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