Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Himachal Pradesh में बनेगा एक और "टूरिस्ट हब", कांगड़ा में बनेगा नया हेलीपोर्ट; रोजगार के मिलेंगे अवसर

    By Jagran NewsEdited By: Nidhi Vinodiya
    Updated: Fri, 10 Feb 2023 03:10 PM (IST)

    कांगड़ा जिले को पर्यटन हब बनाने की दिशा में सरकार के पर्यटन विभाग ने पहला कदम उठा दिया है। पर्यटन विभाग ने रक्कड़ में प्रस्तावित हेलीपोर्ट निर्माण के लिए भूमि के एफसीए यानी फॉरेस्ट क्लीयरेंस को लेकर वन विभाग में आवेदन कर दिया है।

    Hero Image
    अब कांगड़ा बनेगा टूरिस्ट हब, हेलीपोर्ट निर्माण के लिए एक हेक्टेयर जीम प्रस्तावित

    धर्मशाला, संवाद सहयोगी :  कांगड़ा जिले को पर्यटन हब बनाने की दिशा में सरकार के पर्यटन विभाग ने पहला कदम उठा दिया है। पर्यटन विभाग ने रक्कड़ में प्रस्तावित हेलीपोर्ट निर्माण के लिए भूमि के एफसीए यानी फॉरेस्ट क्लीयरेंस को लेकर वन विभाग में आवेदन कर दिया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सुक्खू सरकार के सत्ता में आते ही प्रदेश के जिलों में हेलीपोर्ट निर्माण की घोषणा करने के साथ-साथ संबंधित जिला प्रशासन व पर्यटन विभाग को जमीन चिंहित करने के निर्देश दिए गए थे।

    हेलीपोर्ट का होगा निर्माण 

    इस कड़ी पर्यटन विभाग ने धर्मशाला के नजदीक रक्कड़ में जमीन चिन्हित की है। करीब एक हेक्टेयर भूमि में हेलीपोर्ट का निर्माण प्रस्तावित है। यहां जमीन वन भूमि के तहत आते है, जिसके हस्तांतरण के लिए एफसीए क्लीयरेंस आवश्यक है और अब इसी दिशा में पर्यटन विभाग ने अपने कदमों को आगे बढ़ा दिया है।

    हेलीपोर्ट के लिए पुणे की टीम ने किया सर्वे 

    जिला कांगड़ा में गगल स्थित कांगड़ा एयरपोर्ट का भी विस्तार प्रस्तावित है, लेकिन इसके लिए अभी पुणे की टीम की ओर से किए गए सर्वे की रिपोर्ट आनी शेष है। जिसके बाद ही अगला कदम इस दिशा में उठेगा जबकि रक्कड़ में प्रस्तावित हेलीपोर्ट निर्माण के लिए पर्यटन विभाग ने औपचारिकताओं को पूरा करने की प्रक्रिया शुरू कर दिया है। इसी के तहत एफसीए क्लीयरेंस के लिए आवेदन किया गया है।

    कांगड़ा एअरपोर्ट के लिए पुणे की टीम ने मांगी और जानकारी 

    उधर, पर्यटन विभाग के जिला पर्यटन विकास अधिकारी विनय धीमान के मुताबिक रक्कड़ में प्रस्तावित हेलीपोर्ट निर्माण के लिए जमीन हस्तांतरण को लेकर एफसीए का केस बनाकर वन विभाग के पास आवेदन कर दिया है। एफसीए क्लीयरेंस के बाद ही अगली प्रक्रिया शुरू होगी। वहीं, कांगड़ा एयरपोर्ट विस्तार को लेकर पुणे की टीम ने कुछ और जानकारी मांगी। जिसके भेजे जाने के बाद सर्वे की रिपोर्ट आएगी।