हिमाचल विधानसभा के बाहर कांग्रेस विधायकों का प्रदर्शन, दुष्कर्म मामले पर घेरी BJP; गूंजे भाजपा भगाओ बेटी बचाओ के नारे
आज हिमाचल प्रदेश विधानसभा में कांग्रेस विधायकों और मंत्रियों ने दुष्कर्म मामले को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला। उन्होंने बीजेपी पर अपने विधायकों को नियंत्रित न कर पाने का आरोप लगाया और जमकर नारेबाजी की। कांग्रेस ने पीड़िता को न्याय दिलाने और दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की। बीजेपी ने आरोपों को निराधार बताया है

हिमाचल विधानसभा परिसर के बाहर प्रदर्शन करते कांग्रेस विधायक व मंत्री।
जागरण संवाददाता, धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के तपोवन स्थित परिसर के बाहर कांग्रेस विधायकों और मंत्रियों ने भाजपा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। विधानसभा परिसर में भाजपा भगाओ बेटी बचाओ के नारे गूंजे। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाने वाली भाजपा खुद ही नियमों की धज्जियां उड़ाने का काम कर रही है।
कांग्रेस विधायक और मंत्री विभिन्न नारे लिखे तख्तियां हाथों में लेकर सदन से बाहर आए और सीढ़ियों पर बैठकर भाजपा के खिलाफ प्रदर्शन किया। कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा कानून-व्यवस्था पर बहस की मांग तो कर रही है, लेकिन उनके ही विधायक कानून तोड़ने की घटनाओं में शामिल हैं।
चुराह के विधायक पर लगे हैं युवती के शोषण के आरोप
कांग्रेस ने यह प्रदर्शन चुराह के भाजपा विधायक हंसराज पर युवती से शारीरिक शोषण के आरोप लगने के बाद किया गया। सदन के बाहर कांग्रेस ने भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोला। इस मामले में मंडी के एक विधायक का नाम भी जुड़ा था।
शारीरिक शोषण का मामला बिगड़ती व्यवस्था का उदाहरण
कांग्रेस ने कहा कि युवती के शारीरिक शोषण मामले में फंसे हुए विधायकों का मामला उसी बिगड़ती व्यवस्था का “सबसे बड़ा उदाहरण” है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि भाजपा सदन की गरिमा पर बात करती है, लेकिन खुद उसके नेता ही अनुशासन भंग कर रहे हैं।
प्रदर्शन में मुख्यमंत्री की पत्नी कमलेश ठाकुर, योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष और फतेहपुर विधायक भवानी सिंह पठानिया, मंत्री चंद्र कुमार,और विधायक अनुराधा सहित कई नेता मौजूद रहे।
भाजपा के विधायक कानून की धज्जियां उड़ा रहे
राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि भाजपा कानून-व्यवस्था पर बड़ी-बड़ी बातें कर रही है, लेकिन सच्चाई यह है कि उनके ही विधायक लगातार नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं विधानसभा की गरिमा बनाए रखना सभी की जिम्मेदारी है, लेकिन जो लोग कानून का पाठ पढ़ाते हैं, वही सबसे पहले उसे तोड़ रहे हैं।
भाजपा पहले विधायकों को नियंत्रित करे, उसके बाद कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए
नेगी ने कहा कि हमने आज तख्तियां लेकर विरोध इसलिए किया है, ताकि जनता के सामने यह दोहरा चरित्र साफ हो सके। भाजपा को पहले अपने विधायकों को नियंत्रित करना चाहिए, उसके बाद ही कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाने चाहिएं। कांग्रेस लोकतांत्रिक मूल्यों में विश्वास रखती है, लेकिन अन्याय और इस तरह के व्यवहार पर चुप नहीं रह सकती।

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